पंजाब विधान के अध्यक्ष राणा केपी सिंह ने आज अपने कार्यालय में वरिष्ट आईपीएस अधिकारी श्री कुंवर विजय प्रताप सिंह द्वारा दल -बदली कानून संबंधी रचित किताब (एंटी डिफैक्षन लॉ) जारी की। किताब के लेखक संवाधानिक और अपराधिक कानून मामलों के विशेषज्ञ और पुलिस प्रंबधक में डाक्टरेट हैं।राणा केपी सिंह ने कहा कि संवाधानिक लोकतंत्र के संदर्भ में दल बदल कानून विशेष महत्ता रखता है उन्होंने लेखक को शुभकामनाएं देते हुये कहा कि यह किताब राजनीतिक शास्त्र और संविधान से संबधित कानूनों के क्षेत्र में उलल्लेखनीय साहित्यक वृद्धि में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि गुझलदार संवाधानिक मामलों को लिखना आसान काम नही हैं। पर लेखक ने आसान शब्दों में यह किताब लिखकर प्रशसनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि आम पाठकों और कानून के विशेषज्ञों को इस किताब से बहुमूल्य जानकारी मिलेगी।कुंवर विजय प्रताप ने किताब पर प्रकाश डालते हुये कहा कि दल बदली कानून के प्रति आम लोगों में कई उलझने और धारणाएं हैं। उन्होंने कहा कि कानून का विद्यार्थी होते हुये मेरी कोशिश यही है कि मैं ऐसे कठिन और गुझलदार विषयों को आसान ढंग से पेश करूं।उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण विषय को आसान तरीके से पेश करने की इनके द्वारा पूरी कोशिश की गई है। उन्होने किताब के विषय को और अधिक स्पष्ट करने के मंतव्य से लाभ वाले पद (आफिस आफ प्रोफिट) विषय को अपनी किताब का हिस्सा बनाया है। यहां यह बताने योग्य है कि श्री कुंवर विजय प्रताप सिंह ने गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी से पीएचडी और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से एलएलबी की हुई है। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री स. नवजोत सिह सिद्ध, श्री साधू सिंह धर्मसोत, पंजाब विधान के डिप्टी स्पीकर श्री अजैब सिंह भटटी, डा. राजकुमार वेरका , श्री सुरिन्द्र डाबर, डा. धर्मबीर अग्रिहोत्री, श्री सुनील दत्ती, प्रो. बलजिन्द्र कौर, श्री नाजर सिंह मानशाहिया (सभी विधायक) और पूर्व विधायक श्री जुगल किशोर शर्मा भी उपस्थित थे।