मध्य प्रदेश में '108 एम्बुलेंस सेवा' के कर्मचारी वेतन न मिलने पर हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को उनकी हड़ताल का दूसरा दिन होने से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। राज्य में मरीजों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराने के साथ नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने में '108 एम्बुलेंस सेवा' की अहम भूमिका है। इसके कर्मचारियों को बीते दो माह से वेतन का भुगतान ही नहीं किया गया है। 108 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रवक्ता असलम खान के मुताबिक, राज्य में इस सेवा के संचालन का काम जिगित्सा हेल्थ केयर संस्था के जरिए होता है। सरकार से इस संस्था को रकम मिलती है, मगर कर्मचारियों को भुगतान समय पर नहीं किया जाता। यह संस्था एक माह का वेतन पहले से ही रोककर चलती है। वहीं, अक्टूबर माह का वेतन अब तक नहीं मिला है। इसके चलते कर्मचारियों के परिवारों के सामने कई तरह की समस्याएं बढ़ गई हैं। बच्चों की स्कूलों में फीस जमा न होने पर नोटिस आ रहे हैं।
राज्य में '108 एम्बुलेंस सेवा' में 600 से अधिक एम्बुलेंस का संचालन होता है। इन एम्बुलेंस में तीन हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत है। इस सेवा का लाभ पाने के लिए भोपाल में एक नियंत्रण कक्ष है, जहां फोन करके किसी भी मरीज या हादसे के घायलों की सूचना देने के कुछ देर बाद ही यह वाहन पहुंच जाता है। इस हड़ताल में नियंत्रण कक्ष के कर्मचारी भी शामिल हैं, जिसके चलते यहां फोन रिसीव करने वाला कोई नहीं है। ज्ञात हो कि, इससे पहले अप्रैल माह में भी '108 एम्बुलेंस सेवा' के कर्मचारी हड़ताल पर गए थे। तब भी स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ा था। इस बार भी ठीक वैसे ही हालात बनने लगे हैं। वहीं जिगित्सा हेल्थकेयर के अधिकारी इस मसले पर कोई बात करने को तैयार नहीं हैं।