गत छह वर्षों में शैमरॉक सीनियर सैकेंडरी स्कूल व महाराजा रणजीत सिंह अकादमी एकसाथ प्रयास करके देश को ८३ आफिसर मिले। इस वर्ष भी इस गठजोड़ से ३६ छात्र एनडीए में सफल रहे, जो हमारे लिए गर्व की बात है। उक्त बातें शैमरॉक सीनियर सैकेंडरी स्कूल के डायरेक्टर एजुकेशन एयर कमांडर (रिटा) एस के शर्मा द्वारा कैंपस में आयोजित एक प्रैस कांफ्रेंस में वयक्त कीं। इस अवसर पर महाराजा रणजीत सिंह अकादमी के डायरेक्टर मेजर जरनल (रिटा) बलजीत सिंह गे्रवाल ने बताया कि पूरे भारत से लगभग चार लाख प्रत्याशियों ने एनडीए के लिए यह परीक्षा दी थी, जिनमें से सिर्फ शैमरॉक स्कूल के ही ३६ छात्र हैं। उन्होंने आगे कहा कि बेशक देश के हर प्रांत में सैनिक स्कूल व प्राईवेट संस्थाएं बड़े स्तर पर एनडीए की तैयारी करवाते हैं परंतु अभी तक किसी भी संस्था के इतने छात्र सफल नहीं हुए, जो एक रिकार्ड है।
मेजर जरनल गे्रवाल ने इस कामयाबी का क्रेडिट शैमरॉक सीनियर सैकेंडरी स्कूल व महाराजा रणजीत सिंह अकादमी को देते हुए बताया कि पंजाबियों की दिन प्रति दिन फौज में कम हो रही नफरी को देखते हुए अप्रैल 2011 में इस अकादमी की शुरुआत की थी और अब तक इस प्रयास से पंजाब के ८३ स्पूत फौज में आफिसर के पद पर भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं।शैमरॉक स्कूल के चेयरमैन ए एस बाजवा ने पास आउट होने वाले छात्रों की बैकग्राउंड संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि इन ३६ छात्रों में से अधिकतर छात्र छोटे कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों से हैं, जो अपने क्षेत्र में रहते हुए इस कामयाबी को सोच भी नहीं सकते थे। इस अवसर पर परीक्षा पास करने वाले छात्रों ने मीडिया के साथ विचार विमर्श करते हुए कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि वे इस परीक्षा में सफल रहे और वे जल्द ही फौज में जाकर भारत माता की सेवा करना चाहते हैं।