पंजाब की बिगड़ी कानून व्यवस्था को ठीक करने के बहाने कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार की ओर से पकोका कानून लाने के प्रस्ताव पर आम आदमी पार्टी ने गंभीर सवाल उठाते हुए इस का विरोध किया है।‘आप द्वारा जारी संयुक्त प्रैस बयान में पार्टी के प्रधान और मैंबर पार्लियामेंट भगवंत मान, सह -प्रधान और विधायक अमन अरोड़ा, मैंबर पार्लियामेंट प्रो. साधू सिंह, विपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूके, विधायक प्रो. बलजिन्दर कौर, रुपिन्दर कौर रूबी, कुलतार सिंह संधवां, नाजर सिंह मानशाहिया, हरपाल सिंह चीमा, जय कृष्ण शन सिंह रोड़ी, प्रिंसीपल बुद्धराम, अमनरजीत सिंह संधोआ, जगदेव सिंह कमालू, मीत हेयर, पिरमल सिंह धौला, कुलवंत सिंह पंडोरी, मास्टर बलदेव सिंह और मनजीत सिंह बलासपुर ने पूछा है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह किस मकसद और कौन से अनसरों के लिए पकोका जैसा कानून पंजाब की जनता पर थोप रहे हैं, सूबे के लोग यह जानना चाहते हैं। क्योंकि आम आदमी पार्टी समेत पंजाब के आम-जन को यह संदेह है कि पकोका का जमकर दुरुपयोग होगा और सत्ताधारी पक्ष इस कानून को अपने विरोधियों के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल करेगी। अमन अरोड़ा ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह और कांग्रेसी नेताओं को याद करवाया कि जब पिछली बादल सरकार ने पकोका का प्रस्ताव लाया था, तब ‘आप के साथ-साथ कांग्रेस ने भी यही संदेह जाहिर करते हुए अकाली-भाजपा सरकार के समकालिन पकोका प्रस्ताव का विरोध किया था।अमन अरोड़ा ने कैप्टन सरकार पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि यदि पकोका लाया भी जाता है तो क्या इस को जुर्म और आज हो रहे कत्लआम के विरुद्ध लागू किया जायेगा, क्योंकि पंजाब की अमन शान्ति और आपसी सद्भावना को चोट मारने वाले कातिलों में अभी तक एक भी पकड़ा नहीं गया और न ही हाई -प्रोफाइल हत्याओं की साजिश रचने वाली विरोधी ताकतों की पहचान हुई है।
पंजाब और देश की सभी खुफिया और जांच एजेंसियां नाकाम साबित हुई हैं। जब हत्यारे पकड़े नहीं जा रहे, फिर पकोका किस पर लागू किया जायेगा? अरोड़ा ने एक ओर तंज कसते हुए कहा कि क्या पकोका जेलों में बंद उन गैंगस्टरों के लिए लाया जा रहा जो गृह मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की नाक तले जेल में ही जन्म दिन का जश्न मनाते हैं, हाथों में महंगे मोबाइल फोन पकडक़र नाचते गाते हैं।‘आप नेता ने कहा कि मुख्य मंत्री के साथ-साथ गृह मंत्री के तौर पर भी कैप्टन अमरिन्दर सिंह नाकाम नेता साबित हो चुके हैं। पकोका लाने की बजाए कैप्टन अमरिन्दर सिंह को गृह मंत्री का पद छोड़ कर किसी अन्य समर्थ शख्स को सौंप देना चाहिए, जिस को पंजाब का फिक्र हो और वह पंजाब के लोगों में फैली दहश्त की भावना से मुक्त करवाने के लिए दृड़ इरादा रखता हो।अमन अरोड़ा ने कहा कि असली हकीकत यह है कि आज अमन-कानून व्यवस्था के तौर पर पंजाब बेहद खतरनाक दौर से गुजर रहा है। अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस तंत्र बेबस है। अब तो अपराधी तत्व भरे बाजार में किसी हत्या को अंजाम देते समय अपना मुंह छीपाना भी जरूरी नहीं समझते। हर रोज की अखबारें हत्याएं, बलात्कार, फिरौतियां, डकैतियां, माफिया और धोखाधडिय़ों के साथ भरी होती हैं, यह सब पंजाब के जंगल राज की मुंह बोलतीं तस्वीरें हैं।अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में फैली अराजकता को रोकने के लिए किसी भी नये कानून की अपेक्षा कानून को सूबे में निचले स्तर तक लागू करने वाली पंजाब पुलिस का सियासीकरन बंद किया जाये और पुलिस को बिना किसी राजनैतिक दखल या दबाव के कानून अनुसार मैरिट पर काम करने की छुट दी जाये।अमन अरोड़ा ने कहा कि पिछली बादल सरकार की तरह कैप्टन सरकार भी पंजाब में अमन-कानून की स्थिति बहाल करने में नाकाम साबित हुई है और बादलों की तरह अपनी नाकामी से ध्यान भटकाने के लिए पकोका का राग अलापने लगी है।