विजीलेंस ब्यूरो पंजाब द्वाराभ्रष्टाचार विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान पंजाब राज्य एस.सी. कमीश्न के सदस्य बाबू सिंह पंचावा को 50 हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया गया।इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि बाबू सिंह पंजावा निवासी गाँव पंजावा जि़ला श्री मुक्तसर साहिब को मेजर सिंह निवासी धौला, जि़ला बरनाला की शिकायत पर ब्यूरो की तरफ से 50 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए मौके पर ही काबू किया गया है। वर्णनीय है कि मुदई मेजर सिंह के विरुद्ध उसके गाँव के निवासी गुरजंट सिंह द्वारा उसे जाति सूचक अपशब्द बोलने के विरुद्ध उक्त कमीश्न के पास दी गई शिकायत बाबू सिंह पंजावा के पास पड़ताल अधीन थी। शिकायतकत्र्ता ने विजीलेंस को अपनी शिकायत में दोष लगाया कि बाबू सिंह पंचावा द्वारा उस की शिकायत का फ़ैसला उसके पक्ष में करने के एवज में 5 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी और सौदा 2,50,000 /-रुपए में तय हो गया था। बाबू सिंह पंचावा ने मेजर सिंह के पास से उक्त 2,50,000 /-रुपए तारीख़ 22.10.17 को ले लिए थे और तारीख़ 24.10.17 को बाबू सिंह पंचावा द्वारा शिकायतकत्र्ता से 50,000 /-रुपए और रिश्वत की माँग करते हुए कहा थे कि फ़ैसला तुम्हारे हक में कर दूँगा और 2/3दिनों बाद उस के पास से लम्बी आ कर फ़ैसले की कापी ले जाये और रिश्वत के तौर पर 50,000 रुपए और दे जाये।
विजीलेंस द्वारा शिकायतरकत्र्ता के दोषों की पड़ताल उपरांत विशेष टीम गठित करके एस.सी. कमीशन के उक्त मैंबर को दो सरकारी गवाहों की हाजऱी में 50,000 की नगदी समेत लम्बी, जि़ला श्री मुक्तसर साहब से मौके पर काबू कर लिया। प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोषी के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7, 13 (2) के अंतर्गत विजीलेंस ब्यूरो के थाना फिऱोज़पुर में मुकदमा नं. 21 दर्ज करके अगामी कार्यवाही आरंभ कर दी गई है।प्रवक्ता ने बताया कि दोषी बाबू सिंह पंजावा की इनोवा कार (नंबर पी.बी. 14 यू.एन -24) की तलाशी के दौरान कार में से एक लाईसेंसी रिवॉल्वर 32 बोर समेत 16 कारतूस जिंदा बरामद हुए। जि़क्रयोग्य है कि जि़ला श्री मुक्तसर साहब में धारा 144 लागू होने के कारण किसी भी व्यक्ति द्वारा हथियार ले कर चलने की मनाही होने के बावजूद दोषी बाबू सिंह पंचावा उक्त रिवॉल्वर ले कर चल फिर रहा था जिससे इस सदस्य के विरुद्ध थाना लंबी में मुकदमा नंबर 245 तारीख़ 28 -10 -17 अ/ध 188 आई.पी.सी दर्ज किया गया है।