पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सूबे के सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए प्रस्तावित विशेष पैकेज सहित इस क्षेत्र दे विकास कार्य के लिए पूरी सहायता देने के लिए केंद्रीय ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह से अपील की है।कैप्टन अमरिंदर सिंह आज केंद्रीय मंत्री के साथ फिऱोज़पुर जिले के हूसैनीवाला गये जहां दोनों नेताओं ने शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू की स्मारकों पर जाकर उनको श्रद्धांजलि भेंट की।बाद में मुख्यमंत्री ने सरहदी इलाको के विकास एवं प्रगति से संबंधित विभिन्न मुद्दों संबंधी राजनाथ सिंह के साथ विचार विमर्श किया। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार इन क्षेत्रों के लोगों को हर संभव सहायता देने और इनकी मुश्किलें पहल के आधार पर हल करने के लिए वचनबद्ध है।पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिऱोज़पुर और फाजिल्का जिलों में 553 किलोमीटर लंबी संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय सीमा होने का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने राजनाथ सिंह को बताया कि उनकी सरकार को इस क्षेत्र में नया सामाजिक और औद्योगिक बुनियादी ढांचा पैदा करने के लिए विशेष पैकेज की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों के लिए चयनित शैक्षिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में भी आरक्षित सीटों की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब की नयी औद्योगिक नीति में भी इन क्षेत्रों को विशेष रियायतें उपलभ्ध करवाई गई हैं।
इस क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार से समर्थन की मांग करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सूबे के सरहदी इलाकों में सुधार लाने के लिए केंद्रीय मंत्री को विशेष एक मुश्त बुनियादी ढांचा विकास पैकेज दिए जाने की अपील की। उन्होंने कंटीली तार से पार वाली ज़मीन एक्वायर करने के लिए भारत सरकार को कहा क्योंकि बी.एस.एफ. द्वारा लगाईं जा रही सुरक्षा रोक के कारण यह ज़मीन उचित तरीको से खेती करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इस ज़मीन को एक्वायर किये जाने तक किसानों को कंटीली तार कारण हो रहे नुक्सान के लिए मुआवज़ा दिया जाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने सेना को तैनात करने के कारण खेती को हुए नुकसान के बदले उदारमयी मुआवज़ा दिए जाने की भी केंद्र से मांग की है। उन्होंने कहा कि देश के अन्य पहाड़ी राज्यों और उत्तर पूर्वी क्षेत्र को टैक्सों में दीं गई रियायतों और विकास स्कीमों की तरह ही पंजाब को भी ऐसीं रियायतें और विकास स्कीमेंं दीं जानी चाहिए हैं। उन्होंने कहा कि इस इलाको की सरहदी सड़कों का विशेष विकास और रख-रखाव राष्ट्रीय हाईवे प्रोग्राम के अधीन होना चाहिए। इसके साथ ही नीम सैनिक बलों और सशस्त्र सेनाओं को सीमा तक पहुंचाना और भी आसान होगा और इस क्षेत्र के विकास के लिए बढिय़ा संपर्क यकीनी बनेगा।
मुख्यमंत्री ने संगठित चैक पोस्ट का भी एक ओर मुद्दा उठाया जो कि अटारी के 118 एकड़ क्षेत्रफल पर है। उन्होंने विभिन्न वस्तुओं की निर्यात और आयात के लिए इसको प्रमुख गलियारे के तौर पर इस्तेमाल पर ज़ोर दिया। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच यात्रियों के आने-जाने पर भी विशेष बल दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अटारी रेलवे स्टेशन के आस-पास रेलवे के साथ जुड़ी हुई सी.एफ.एस /आई.सी.डी. स्थापित करने के लिए भी विचार करने के लिए केंद्र को कहा।हूसैनीवाला और फाजिल्का में कोई भी आई.सी.पी. न होने का जि़क्र करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि चाहे सी.डबलयू.सी. ने इस बात की पुष्टि की है कि हूसैनीवाला में आई.सी.पी. स्थापित करना व्यापारिक तौर पर संभव नहीं है परन्तु इन केन्द्रों में आई.सी.पीज़ स्थापित करने के लिए पी.एस.डबलयू.सी. द्वारा कोई भी संभावना संबंधी अध्ययन नहीं कराया गया।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वैकल्पिक फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के मुद्दे पर भी राजनाथ सिंह के साथ विचार-विमर्श किया। उन्होंने गेहूं और धान से इलावा सभी फसलों पर घोषित किये जाते न्यूनतम समर्थन मूल्य और बिक्री मूल्य के बीच के घाटे संबंधी दरार को भरने की भी केंद्र से अपील की। उन्होंने कहा कि इससे मक्की, सोयाबीन, तेल बीजों और दालों जैसी वैकल्पिक फसलों की काश्त की तरफ किसानों को उत्साहित किया जा सकता है।बाद में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सूबा सरकार सरहदी इलाकों के लोगों को पेश समस्याओं बारे पूरी तरह संवेदनशील है और उन की सरकार केंद्र के साथ मिलकर विभिन्न समस्याओं का हल करन के यत्न कर रही है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पहले ही सूबो के मुसीबतों में घिरे किसानों की मुश्किलों को घटाने के लिए व्यापक कजर् माफी स्कीम का ऐलान किया है।इसी दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा शहीदी स्मारक हुसैनीवाला में पहुंच कर शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को श्रद्धा के फूल भेंट किये गए। इस मौके उन की तरफ से 16.39 करोड़ की लागत के साथ और 2000 दर्शकों के बैठने के लिए बनी दर्शक गैलरी का उद्घाटन भी किया गया।इस मौके सीमा सुरक्षा बलों के जवानों को संबोधन करते केंद्रीय ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरहद पर रह रहे जवान बहुत ही बहादुरी और जि़म्मेदारी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। उन्होंने विशेष तौर पर जवानों से कंधे से कंधा जोड़ कर सीमा सुरक्षा बलों में ड्युूटी कर रही बहादुर महिलाएं की प्रशंसा भी की। इस मौके उन जवानों के लिए गुणवत्ता भरपूर खाना मुहैया करवाने के लिए 2 लाख रुपए देने का ऐलान किया।इस मौके मुख्य सचिव श्री करन अवतार सिंह, पंजाब पुलिस के डी.जी.पी. श्री सुरेश अरोड़ा, डिविजऩल कमिशनर श्री सुमेर सिंह गुर्जर, डिप्टी कमिशनर श्री रामवीर, एस.एस.पी. स. भुपिन्दर सिंह, डी.जी.सीमा सुरक्षा बल श्री के. कर शर्मा और ए.डी.जी. श्री के. ऐन. चौबे, मैंबर पार्लियामेंट फिऱोज़पुर स. शेर सिंह घुबाया, फिऱोज़पुर शहरी विधायक स. परमिन्दर सिंह पिंकी, विधायक फिऱोज़पुर देहाती श्रीमती सत्कार कौर गहरी, विधायक स. कुलबीर सिंह ज़ीरा के इलावा अन्य गणमानय भी विशेष तौर पर मौजूद थे।