बिहार के भागलपुर जिले में एक स्वयंसेवी संस्था 'सृजन महिला सहयोग समिति' द्वारा 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की सरकारी रकम की फर्जी निकासी के विरोध में गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कार्यकर्ताओं ने राजभवन तक मार्च किया। इस दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इधर, राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पुलिस लाठी चार्ज की निंदा की है। पुलिस के अनुसार, सृजन घोटाले के विरोध में युवा राजद कार्यकर्ताओं ने पटना के जेपी गोलंबर चौक से राजभवन तक मार्च निकाला। इसी दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। पुलिस द्वारा रोके जाने पर पथराव के बाद लाठीचार्ज किया गया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। राजद कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया। राजद नेताओं ने पुलिस पर बेवजह बल प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सुरक्षाकर्मियों के लाठीचार्ज के दौरान पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को चोटें लगी हैं। उल्लेखनीय है कि सृजन घोटाला मामले में राजद नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर रही है। मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग करती रही है। फिलहाल सृजन घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। राजद का कहना है कि राजभवन मार्च के बाद भी अगर मांग पूरी नहीं हुई, तो युवा राजद बिहार बंद और चक्का जाम करेगा।पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर राजभवन मार्च के दौरान राजद कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई गई हैं। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि नीतीश और सुशील मोदी के पद पर बने रहते सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती, ये दोनों इस्ताफा दें।उन्होंने आरोप लगाया कि इस घोटाले में नीतीश कुमार की गहरी और संदिग्ध संलिप्तता है, इसलिए चेहरा बचाने के लिए प्रशासन के मार्फत राजनीतिक कार्यकर्ताओं को सरकारी गुंडागर्दी से डरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजद डरने वाली पार्टी नहीं है।