पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नोबल पुरुस्कार विजेता कैलाश सत्यारथी को भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार सुरक्षित बचपन के लिए पंजाब को एक माडल राज्य बनाएगी।श्री सत्यारथी आज मुख्यमंत्री को उनके निवास स्थान पर मिले। मुख्यमंत्री ने श्री सत्यारथी को बताया कि उनकी सरकार बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए विभिंन पहलकदमियां कर रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि नशों में फंसे नौजवानों के पुर्नवास के लिए कदम उठाए गए हैं क्योंकि नशों ने राज्य के बहुत से नौजवानों की जि़न्दगीयां तबाह कर दीं हैं।श्री सत्यारथी सुरक्षित बचपन के लिए राष्ट्र व्यापक यात्रा के दौरान चण्डीगढ़ आए थे और उन्होंने आज पंजाब यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों को संबोधन किया।सुरक्षित बचपन को यकीनी बनाने के राज्य सूबा सरकार से मदद और सहयोग की श्री सत्यारथी द्वारा गई अपील के प्रोत्साहन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बच्चों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। राज्य के पुलिस थानों को बाल पक्षीय बनाने के लिए विभिंन पहलकदमियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के किसी भी तरह के शोषण को रोकने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी जायेगी।मुख्यमंत्री ने राज्य में बच्चों की सुरक्षा बारे जागरूकता पैदा करने के लिए श्री सत्यारथी की 'बचपन बचाओ संस्था के समर्थन की माँग की। श्री सत्यारथी ने कहा कि बच्चों के शोषण और उनके विरुद्ध हिंसा को रोकनो के लिए जागरूकता पैदा करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बच्चों विरुद्ध हिंसा करने वालों के खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही करने पर ज़ोर दिया।इस मौके मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार और प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, प्रमुख सचिव श्रम संजय कुमार और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।