पंजाब अपने आप में एक बड़ा ब्रांड है जो सैलानियों को आकर्षित के लिए किसी का मुहताज नहीं है। हमारे राज्य ने विकास के हर क्षेत्र में अग्रणीय भूमिका निभा कर देश का प्रतिनिधित्तव की है। यह बात पर्यटना और सभ्याचार मामलों के मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू ने आज यहां चंडीगढ़ में एक दिवसीय राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन का उद्घाटन करते हुये संबोधन दौरान कही। यह सम्मेलन पंजाब के पर्यटन और सभ्याचार विभाग द्वारा ईलैट टैकनोमीडिया के सहयोग के साथ करवाया गया।स. सिद्धू ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में पंजाब सूबे में अनगिनत संभावनाएं हैं परन्तु सिफऱ् ज़रूरत है कि इनको उजागर करके पंजाब के समृद्ध सभ्याचार को उभार कर पर्यटकों को खिंचा जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब के पर्यटन स्थानों पर चिंहित करके वहां सैलानियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवा कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सैलानियों की आगमन क े लिए बेहतर बुनियादी ढांचा विकसित करने की ज़रूरत है क्योंकि बहुत से पर्यटक सुविधाओं की कमी कारण धार्मिक, ऐतिहासिक और विरासती स्थानों के दर्शन करने उपरांत एक दिन में ही वापस चले जाते हैं यदि पर्यटकों के लिए रहने, बढिय़ा खाने -पीने और मनोरंजन के साधन स्थापित किये जाएं तो यही पर्यटक दो -तीन दिन गुजार कर जाएं और राज्य की आर्थिकता को बड़ा प्रोत्साहन मिले। उन्होंने कहा कि विदेशों में बैठे पंजाबी अपने बच्चों को पंजाब की जड़ों के साथ जोडऩा चाहते हैं और पंजाब प्रवासी पंजाबियों के लिए बड़ा आकर्षण का केंद्रीय स्थान बन सकता है। उन्होंनें कहा कि पर्यटकों की सुविधाओं के लिए पर्यटन स्थानों पर बढिय़ा कैफेटेरिया और लैड सकेपिंग वाले पार्क स्थापित करने की ज़रूरत है जिससे पर्यटन अच्छा अनुभव ले कर जाएं। उन्होंनेें कहा कि पंजाब की बड़ी जनसंख्या गांवों में बसती है और फार्म टूरिज्म के द्वारा ग्रामीण पर्यटन को उत्साहित किया जा सकता है।
स. सिद्धू ने अमृतसर का जि़क्र करते कहा कि श्री दरबार साहिब में प्रतिदिन की सवा लाख के करीब श्रद्धालू आते हैं जिनमें बाहर से आने वालों की संख्या एक लाख के करीब है। उन्होंने कहा कि यदि इनें धार्मिक पर्यटकों के लिए सस्ती दरों वाले होटल बनाए जाएं तो पर्यटन को बड़ी सुविधा मिल सकती है। उन्होंनें कहा कि पंजाबी सभ्याचार का आधार धर्मनिरपेक्षता है जिसकी सब से बड़ी उदाहरण श्री दरबार साहिब है जिसके चारों दरवाज़े सब के लिए खुले हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर स्थित दुग्र्याना मंदिर, वाल्मीक तीर्थ स्थल, जलियांवाला बाग़, गोबिन्दगढ़ किला, वाघा सरहद आदि ऐसे स्थान हैं जो हर वर्ग के पर्यटकों का पहुंच स्थान बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों को पता है कि बादशाह अकबर की ताजपोशी कलानौर (गुरदासपुर) में हुई थी और इस ऐतिहासिक जगह को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया जा सकता है। उन्होंनें कहा कि पंजाब का गौरवशाली इतिहास पर्यटन क्षेत्र में पंजाब को अग्रणीय राज्य बन सकता है।मैडीकल पर्यटन की बात करते पर्यटन और सभ्याचार मामलों के मंत्री ने कहा कि विदेशों में इलाज महंगा होने के कारण बहुत से विदेशी भारत में इलाज करवाने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब विशेषकर कर अमृतसर में दो या तीन बड़े अस्पताल बनाऐ जाएं तो विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हो सकती है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में 20 -25 सरकारी होटल और रैस्टोरैंट हैं जो पर्यटन पक्ष से बहुत अहमीयत रखते हैं। उन्होंनें रूपनगर स्थित पिंकाशिया का जि़क्र करते कहा कि इस रमणीक और आकर्षित स्थान को फिर से पर्यटन केंद्र के तौर पर उभारा जायेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सभी बंद पड़े सरकारी होटलों और रैस्टोरैंटज़ को फिर चलवाएगी जिसके साथ पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी और सरकार के आर्थिक संसाधन भी मज़बूत होंगे।
सम्मेलन में हिस्सा ले रहे पर्यटन के साथ जुड़े आधिकारियों और विशेषज्ञों को स. सिद्धू ने विश्वास दिलाया कि उनके विभाग द्वारा उनको हर तरह से मदद की जायेगी। उन्होंने कहा,जि़ंदगी के हर क्षेत्र में मैं कामयाबी हासिल की है और जो भी मैंने चाहा, उसे हासिल किया है। मेरी सब से बड़ी तमन्ना पंजाब को फिर देश का अग्रणीय राज्य बनाने की है और पर्यटन विभाग के द्वारा मुझे यह इच्छा पूरी होती लगती है।इससे पहले सभ्याचार और पर्यटन विभाग के डायरैक्टर स. शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने मुख्य मेहमान सहित बाहर से आए मेहमानों, माहिरों और आधिकारियों का स्वागत किया। उद्घाटनी सैशन दौरान फि़ल्म अदाकारा और मायनानगरी कंपनी जिस ने गोबिन्दगढ़ किला का नवीनीकरन किया, की प्रमुख दीपा साही, फि़ल्म निर्माता केतन मेहता, विश्व बैंक समूह के एल्बर्ट सोल, ओबैर इट्स के भाविक राठौर, मुम्बई पोर्ट ट्रस्ट के संजय भाटिया, ग्रामीण पर्यटन विशेषज्ञ श्री एस.के. मिश्रा, भारतीय पर्यटन विकास निगम की प्रशास्निक निर्देशक रवनीत कौर ने भी अपने विचार सांझे किये। ईलैट टैकनोमीडिया के सी.ई.ओ. डा.रावी गुप्ता ने प्रत्येक का धन्यवाद करते कहा कि इस सम्मेलन का मंतव्य देश में पर्यटन के लिए मौजूद संभावनाओं को उजागर करके सैलानियों को प्रेरित करना है।इस अवसर ई -गव मैगज़ीन का अक्तूबर अंक रिलीज किया गया। प्रबंधकों द्वारा स. सिद्धू का सम्मान भी किया गया। उद्घाटनी सैशन के बाद तकनीकी सैशन भी हुए, जिस में विभिंन विशेषज्ञों और विभागों के आधिकारियों ने पैनस बहस में हिस्सा लेते अपने -अपने विषयों पर विचार भी सांझे किये। विशेषज्ञों और आधिकारियों में पंजाब के संबंधी विभागों और शहरों के प्रतिनिधियों के अलावा विभिंन राज्यों प्रतिनिधि भी शामिल थे।