केंद्रीय मंत्रिमंडल को देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में हुई प्रगति के बारे में बुधवार को जानकारी दी गई। इसमें 2016-17 में कई सार्वजनिक अस्पतालों में काम नहीं कर रहे 4,560 चिकित्सा उपकरणों के रखरखाव पर 113 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की भी जानकारी दी गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा ने कहा कि देश के 29,115 सरकारी मेडिकल संस्थानों में 756,000 उपकरण हैं। हालांकि, इसमें 4560 चिकित्सा उपकरण काम नहीं कर रहे हैं।नड्डा ने मीडिया से कहा, "बहुत सारे चिकित्सा उपकरणों का मेंटेनेंस नहीं किया गया। हमने एक शुरुआत की है, जिसके तहत 113 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। देश के सरकारी अस्पतालों में सभी काम नहीं कर रहे चिकित्सा उपकरण अब काम कर रहे हैं।"उन्होंने कहा कि राज्यों को मुफ्त दवाओं व दवा खरीद, गुणवत्ता आश्वासन व आईटी आधारित आपूर्ति श्रृंखला के लिए सहयोग मुहैया कराया गया।नड्डा ने कहा, "दवा खरीद, गुणवत्ता प्रणाली व वितरण को आईटी आधारित वितरण प्रबंधन प्रणाली से 23 राज्यों में व्यवस्थित किया गया है। सभी राज्यों व संघ शासित प्रदेशों में जरूरी दवाएं सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत मुहैया कराने की नीति को अधिसूचित किया गया है।"मंत्रिमंडल को सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत रूबेला टीके की शुरुआत की जानकारी दी गई। मीजल्स-रूबेला के संयोजन टीके से संक्रमण से होने वाले जन्मजात दोषों से सुरक्षा मिलेगी।इस टीके की शुरुआत 5 फरवरी 2017 को पहले तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा, पुडुचेरी व लक्षद्वीप में की गई।