पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की टीमों ने आज सड़क निर्माण इंजीनियरों सहित एस.ए.एस. नगर में हवाई अड्डे को जोड़ती बेहद खऱाब हालत वाली सड़क की अचानक चैकिंग की और यह पाया कि 200 फुट सड़क के निर्माण दौरान निर्धारित म्मानकों और सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया।इस संबंधी जानकारी देते हुये आज विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि हवाई अड्डे को जाती हाल ही में बनी इस सड़क की बदहाली संबंधी मिलीं शिकायतों के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो के मुख्य डायरैक्टर बी.के. उप्पल ए.डी.जी.पी ने लोक निर्माण भवन, गमाडा, विजिलेंस की तकनीकी टीम और केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सी.आर.आर.आई) के सीनियर आधिकारियों के साथ मुआयना किया जिस दौरान सड़क की सैंपलिंग के लिए जे.सी.बी मशीनों के द्वारा सड़क पर दो स्थानों पर खुदाई की और एक जगह पर नमूना मशीन की मदद के साथ विशेष जांच की गई। इस विशेष मुआयने दौरान यह सामने आया कि इस सड़क को मौजूदा ज़मीन और भारी यातायात के मुताबिक डिज़ाइन नहीं किया गया, घटिया या कम मानक निर्माण सामग्री इस्तेमाल के इलावा डी.पी.आर. के साथ-साथ ठेके में दर्ज गुणवत्ता की अनदेखी पाई गई।
श्री उप्पल ने बताया कि गमाडा को सी.आर.आर.आई पहले ही इस सड़क के नमूनों बारे रिपोर्ट दे चुकी है।
श्री उप्पल ने जांच रिपोर्ट की पुन: पुष्टि के लिए विजिलेंस ब्यूरो की तकनीकी टीम, लोक निर्माण इंजीनियरों, गमाडा और सी.आर.आर.आई. के माहिरों को इस मंदी स्थिति वाली सड़क के और नमूने लेने के लिए कहा है ताकि विजीलैंस द्वारा पूरी समीक्षा की जा सके।विजिलेंस प्रमुख ने कहा कि सी.आर.आर.आई की अंतिम रिपोर्ट के आधार पर इस सड़क के घटिया निर्माण के लिए दोषी पाये गए अफसरों और ठेकेदारों विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। जि़क्रयोग्य है कि ताज़ा नमूनों के लिए सड़क की खुदाई करने के बाद मौके पर मौजूद सीनियर सड़क निर्माण इंजीनियरों ने यह पुष्टि की है कि इस सड़क के निर्माण में कई अनियमिततांए इस्तेमाल की गई हैं जिसके कारण थोड़े समय में ही सड़क को नुक्सान पहुंचा है।इस अवसर पर उपस्थित अन्य आधिकारियों में विजिलेंस ब्यूरो के डायरैक्टर जी. नगेशवरा राव, आई.जी /ई.ओ.डबल्यू शिव कुमार वर्मा और पी.डबलयू.डी., गमाडा और सी.आर.आर.आई के सीनियर इंजीनियर भी शामिल थे।