सेहत एवं परिवार कल्याण मंत्री ने आज यहां राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में सिविल सर्जनों को सरकारी अस्पतालों के मरीजों को अन्य अस्पतालों में रैफर करने के मामलों का गंभीर नोटिस लेते, रैफर केसों की बारीकी से जांच करने के निर्देश जारी किए।श्री ब्रहम महिन्द्रा ने बैठक का नेतृत्व करते सिविल सर्जनों को आदेश दिए कि राज्य सरकार और राष्ट्रीय सेहत मिशऩ तहत विभिन्न स्कीमों और प्रोग्रामों द्वारा गुणात्मक सेहत सेवाएं मुहैया करवाईज् जाएं ताकि आम लोगों में विभाग प्रति विश्वास पैदा किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह देखने में आया है कि जिला स्तर से सेहत सुविधाओं संबंधी मरीजों के आंकड़ों बारे अहम डाटा सही ढंग से नहीं भेजा जा रहा। उन्होंने सिविल सर्जग्रों को निर्देश देते कहा कि हैड क्र्वाटर में भेजी जाने वाली सूचना और जानकारी की समीक्षा निजी तौर पर करने और यदि आंकड़ों में किसी किस्म गड़बड़ी या गलती पाई जाती है तो इसकी जिम्मेवारी सीधे तौर पर सिविल सर्जनों की होगी।उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन विशेष तौर पर अस्पतालों की सफाई और सुंदरता को बरकरार रखने के लिए सप्ताहवार मुहिम चलाएं जिस तहत ऑपरेशन थियेटरों का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सफाई अभियान तहत की गई कारगुज़ारी की फोटाग्राफी करके स्टेट हैड क्वा्रटर में भेजी जाए जिसके द्वारा अन्य सरकारी अस्पतालों के अधिकारियों को भी सफाइ अभियान प्रति उत्साहित किया जा सके।
सेहत मंत्री ने कहा कि राज्य के बड़ी संख्या में सरकारी अस्पताल, प्राइवेट अस्पतालों से बढिय़ा ढंग से चलाए जा रहे हैं जिससे ओर सिविल सर्जनों व सीनियर मेडिकल अधिकारियें को भी प्रेरणा लेनी चाहिए तथा सरकारी अस्पतालें के स्तर को ऊंचा उठाना चाहिए।बैठक दौरान सेहत मंत्री ने जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को सुचारू ढंग से लागू करने के लिए आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों द्वारा माताएं, नव-जात बच्चियां, आंगन -बाड़ी व स्कूलों में पढ़ते बच्चों के जीवन को सुरक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जे एस एस के व आर बी एस एस के प्रोग्राम को बढिय़ाव सुचारू ढंग से लागू करके माताओं व बच्चों की मौत दर को सरलता से घटाया जा सकता है। जिसके लिए पंजाब सरकार द्वारा इन स्कीमों और प्रोग्रामों की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है।इस बैठक में सिविल सर्जनों और सीनियर मेडिकल अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्रोग्रामों संबंधी पहली बार पॉवर प्रोजनटेशन भी दी गई। इस दौरान सी एस सी गोनियाना बठिंडा के डा. अनिल गोयल की बढिय़ा कारगुजारी के लिए सेहत मंत्री ने प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि डा. गोयल की तरह अन्य सीनियर मेडिकल अधिकारियें को भी सरकारी अस्पतालों में अपने स्तर पर सुधार करने चाहिए।इस बैठक में अन्य के अलावा प्रमुख सचिव अंजलि भांवरा सेहत व परिवार कल्याण, विशेष सचिव बी.श्रीनिवासन, वरूण रूज्म एम डी. एन एच एम, राजीव भल्ला निदेशक सेहत व परिवार कल्याण तथा अन्य सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे।