पंजाब सरकार द्वारा में फसलों के अवशेषों खास तौर पर धान की पराळी को जलाने से पडऩे वाले बुरे प्रभावों संबंधीबारे किसानों को गाँव -गाँव जा कर जागरूक करने के प्रयासों तहत अंतर्गत विशेष तौर पर तैयार की गई वैनों को अतिरिक्त मुख्य सचिव (विकास) श्री एम.पी. सिंह ने आज यहाँ सैक्टर 19 में पैट्रोलियम कंजरवेशन रिसर्च एसोसिएशन (पी.सी.आर.ए.) के कार्यालय से झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर राज्य के विभिंन हिस्सों से आए प्रगतिशील किसानों को संबोधन करते अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि यह वैने सूबे के समूह जिलों और ब्लाकों में सितम्बर से नवंबर, 2017 दौरान चलाईं जाएंगी और फसलो के अवशेषों के प्रबंधों संबंधी वीडियो दिखाईं जाएंगी और आवश्यक सामग्री किसानों में बंाटी जायेगी। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अफसर भी इन वैनों के साथ गाँवों का दौरा करेंगे और किसानों को फसलो के अवशेषों के निपटारे संबंधी उपलब्ध तकनीकों बारे अवगत करावाएगें और इस संबंधी कैंप भी लगाऐ जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य के किसानों को फसलों के अवशेषों के प्रबंधन संबंधी मशीनरी सब्सिडी पर मुहैया कराने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा सुपर एस.एम.एस. जो कि पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी, लुधियाना के डिजाईन अनुसार हैं, पर 50,000 रुपए की दर पर कम्बाईन मशीन आपरेटरें को सब्सिडी देने का ऐलान किया गया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा राज्य के किसानों को फसलों के अवशेषों को जलाने से गुरेज करने का परामर्श देते वातावरण, मानवीय सेहत पर होने वाले बुरे प्रभाव के सम्मुख धान की आगे वाली कटाई के सीजन दौरान पराली को न जलाने की अपील की गई। उन्होने कहा कि पराली को जलाने से जहाँ मिट्टी के लाभकारी जैविक गुण नष्ट हो जाते हैं, वही मिट्टी की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है। इसी तरह धुएँ द्वारा पैदा होने वाले रोगों जैसे दमा, फेफड़ों और आँखों के रोग का मानवीय सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। यह वैनें कृषि विभाग पंजाब द्वारा तेल और प्राकृतिक गैसों संबंधीे केंद्रीय मंत्रालय की संस्था पैट्रोलियम कंजरवेशन रिसर्च एसोसिएशन (पी.सी.आर.ए) की सहायता के साथ चलाईं गई हैं। कृषि विभाग द्वारा 210 हैपी सिडर, 383 पैडी स्टराय चौपर शरैडर /मलचर, 119 रिवर्सीबल हाइड्रोलिक एम.बी. पलोय कीमत के 50प्रतिशत की उपदान की दर पर किसानों को स्वीकृत किये गए हैं। 150 बेलर और 109 रैक भी सब्सिडी पर मुहैया करवाए जा रहे हैं। इसके इलावा कृषि विभाग द्वारा चालू साल दौरान अगस्त 2017 तक गाँव /ब्लाक /जिला स्तर पर 2472 प्रशिक्षण और जागरूकता कैंप आयोजित किये गए हैं। इस मौके श्री नवीन गुलाटी, डायरैक्टर और चीफ रीजनल कॉर्डीनेटर (एन.आर), पैट्रोलियम कंजरवेशन रिसर्च एसोसिएशन, श्री जसबीर सिंह बैंस, डायरैक्टर कृषि, पंजाब और श्री मनमोहन कालिया, संयुक्त डायरैक्टर कृषि (इंजी.) भी मौजूद थे।