राज्य के शहरों व कस्बों में आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए म्यूनिसिपैलटियों को आग बुझाओं दस्तों से लैस करने के मकसद तहत स्थानीय सरकार मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा आज 8 शहरो/कस्बों को नई फायर बिग्रेड गाडियां सौंपी गई। इससे पहले पिछले दिनों 11 फायर गाडिय़ां भी विभिंन शहरों को दी गई थी। आज यहां सैक्टर 35 स्थित म्यूनिसिपल भवन में स. सिद्धू ने तकनीकी शिक्षा व ओद्यौगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री चरनजीत सिंह चन्नी, स. कुलजीत सिंह नागरा, स. हरमिन्द्र सिंह गिल्ल, श्री शाम सुंदर अरोड़ा, स. राजिन्द्र सिंह, श्री धर्मपाल अग्रिहोत्री(सभी विधायक)व पूर्व मंत्री स. इंद्रजीत सिंह जीरा की उपस्थिति में हरी झंडी देकर संबंधित शहरों को नई फायर गाडिय़ा रवाना की। इस अवसर पर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सतीश चंद्रा व डायरैक्टर श्री केके यादव भी उपस्थित थे। आज जिन म्यूनिसिपैलटियो को फायर बिग्रेड दी गई उनमें नगर कौसिंल होशियारपुर,नवंाशहर, समाणा, तरनतारन , पट्टी, सरहिन्द व जीरा और नगर पंचायत चमकौर साहिब शामिल है। नई फायर गाडिय़ों को रवाना करने के अवसर पर स. सिद्धू ने सबसे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का धन्यवाद करते हुये कहा कि पिछली कैबिनेट बैठक में अलग फायर डायरैक्टोरेट स्थापित करने की मंजूरी दी गई जिस के लिए वार्षिक दो करोड़ रूपये का फंड भी रखा गया। उन्होने कहा कि यह आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता थी जिस को मंजूर करके राज्य में फायर सेवाओं को मजबूत किया है।
उन्होने कहा कि इस डायरैक्टोरेट के बनने से नई गाडिय़ा, प्रशिक्षण प्राप्त ड्राइवर व फायरमैन, अति आधुनिक सुविधाओं से लैस फायर सूट आदि मुहैया करवाये जा सकेगें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बहुत शीघ्र फायर सर्विसज एक्ट कैबिनेट बैठक में लाया जाएगा जिससे प्रत्येक नई बनने वाली ईमारत के निर्माण दौरान अहतियात के तौर पर आग बुझाओ मापदंडों को ध्यान में रखकर ईमारत बनानी पड़ेगी। स्थानीय निकाय संबंधी मंत्री ने कहा कि राज्य में पहले 195 फायर वाहन थे जिनमें से 114 बेकार हो चुके थे । उन्होने कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा आज वाली फायर बिग्रेड मिलाकर अब तक 19 फायर बिग्रेड भेजी गई । उन्होने कहा कि आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए पचास हजार की जनसंख्या के पीछे एक फायर बिग्रेड का होना अनिवार्य है जिसके लिए उनका लक्ष्य है कि आगामी पांच वर्षो के दौरान राज्य के समस्त शहरों /कस्बों को 500 फायर बिग्रेड मुहैया करवाई जाएं। उन्होने कहा कि जब प्रत्येक छोटे शहर एवं कस्बे में ऐसी गाडिय़ां मौजूद होगीं तो शहरों के साथ कटाई सीजन के दौरान खेतों में पक्की फसलों को आग लगने की सूरत में यह गाडिय़ां गांवों में अपनी सेवाएं मुहैया करवाएगी। उन्होने यह भी बताया कि इस समय केवल मोहाली में हाइड्रोलिक सीढ़ी वाली अति आधुनिक फायर वाहन मौजूद है जो उंची ईमारतो के लिए आवश्यक है जबकि शेष किसी शहर में ऐसा वाहन मौजूद नही है।
उन्होने कहा कि विभाग का यह प्रयास रहेगा कि बड़े नगर निगमों के लिए चार से आठ करोड़ रूपये की लागत वाली अति आधुनिक फायर बिगे्रड मुहैया करवाई जाए। ताकि उंची ईमारतों में आपातकाल स्थिति में इनका प्रयोग किया जा सकें। उन्होने कहा कि तीन लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर को चार करोड़ रूपये तक की फायर गाड़ी मुहैया करवाने का प्रयास रहेगा। उन्होने कहा कि नये स्थापित होने वाले फायर डायरैक्टोरेट की यह पहल होगी कि शहर एवं कस्बों की जनसंख्या अनुसार सेवाएं मुहैया करवाई जाएं।स. सिद्धू ने कहा कि गत सरकार द्वारा फायर सेवाओं को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया यहां तक मार्च 2013 में समाप्त हुई राष्ट्रीय आपदा प्रंबधन की एक स्कीम तहत केन्द्र सरकार द्वारा पंजाब को 3.22 करोड़ रूपये की राशि भेजी गई पंरतु पंजाब सरकार द्वारा केवल 58 लाख रूपये का प्रयोग प्रमाण पत्र भेजा गया और 2.64 करोड़ रूपये का प्रयोग प्रमाण पत्र गत् चार वर्षो से भेजा ही नही गया। उन्होने कहा कि विभाग द्वारा अब इसकी पैरवी कर राष्ट्रीय आपदा प्रंबध तहत केन्द्र सरकार को मिलने वाले फंडों के लिए प्रयास किया जाएगा। उन्होने कहा कि पंजाब सरकार राज्य वासियों को बुनियादी सुविधाए देने के साथ आपातकाल स्थितियों से निपटने के लिए मजबूत प्रंबध करने के लिए वचनबद्ध है।