रक्खड़ पूनिया के पवित्र दिवस पर एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए आम आदमी पार्टी ने बाबा बकाला में राजनैतिक कान्फ्रैंस की। सूबा प्रधान भगवंत मान और पंजाब विधान सभा में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खहरा समेत पार्टी के विधायकों और अन्य नेताओं ने कान्फ्रैंस में भाग लिया। सभा के दौरान लोगों के भारी इक्कट्ठ को संबोधन करते भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने लोगों को चुनावों से पहले ही सुचेत कर दिया था कि सूबे में सरकार स्थापति के लिए कांग्रेस और अकाली -बीजेपी ने अंदर खाते हाथ मिला लिया है। उन्होंने कहा कि दोनों गुटों का यह मकसद था कि आम आदमी पार्टी को सत्ता से दूर रखा जाए। मान ने कहा कि दोनों गुट इस बात से भलीभांति जानकार थे कि यदि सूबे की बागडोर आम आदमी पार्टी के हाथों में आ गई तो अकालियों और कांग्रेसियों द्वारा सांझे तौर पर चलाए जा रहे गैर कानूनी धंधों पर रोक लग जाएगी। उनको इस बात का डर था कि आम आदमी पार्टी उनको लोगों की अदालत में नंगा कर देगी।
मान ने कहा कि कांग्रेस का एक मात्र मंतव्य सूबे में सत्ता प्राप्ति थी और सरकार बनने के बाद वह चुनावों दौरान किए सभी वायदों से मुकर रहे हैं। इस मौके सुखपाल सिंह खहरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने के नाम पर उनके साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि लोग कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा चुनाव सभाओं दौरान किये वायदों पर विश्वास कर बैठे परंतु मुख्य मंत्री ने केंद्र सरकार जैसे सरकार बनाने के बाद उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने सूबा सरकार के साथ-साथ केंद्र की मोदी सरकार पर भी किसानों के साथ वायदा खिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र और सूबा सरकारों की किसान विरोधी नीतियां उनको आत्म हत्या करने के लिए मजबूर कर रही हैं और यदि समय रहते इस समस्या का हल न किया गया तो आने वाले समय में ओर भी गंभीर समस्याएं उत्पन्न होने की आशंका है। विरोधी पक्ष के नेता ने एक बार फिर परवासी पंजाबियों से अपील करते कहा कि वह सूबे के गरीब किसानों और खेत मजदूरों की सहायता के लिए आगे आएं।
उन्होंने सुझाव दिया कि परवासी पंजाबी पंजाब में आ कर मेलों और सांस्कृतिक प्रोगरामों पर पैसा खर्च करना कुछ देर के लिए बंद करके इस पैसों के साथ ऋणी किसानों की सहायता करें। उन्होंने कहा कि परवासी पंजाबी संगठन बना कर खुदकुशी किए किसानों की विधवाओं के लिए पैंशन और उनके बच्चों की पढ़ाई का प्रबंध करें। खहरा ने सूबा सरकार द्वारा किसानों की मुश्किलों को अनदेखा करने के लिए भी उसकी आलोचना की। इस मौके पर फरीदकोट से एम.पी. प्रो. साधु सिंह, विधायक पिरमल सिंह, विधायक मीत हेयर, विधायक सरबजीत कौर, विधायक नाजर सिंह मानशाहिया, विधायक जगदेव सिंह कमालू, विधायक जय किशन रोड़ी, सूबा उप प्रधान कुलदीप धालीवाल, सूबा अनुशासनिक समिति के चेयरमैन डा. इन्दरबीर सिंह निझर, माझा जोन के प्रधान कंवर प्रीत सिंह काकी, सूबा महा सचिव कुलजीत सिंह, हरिन्दर सिंह और बलवीर सिंह टोंग समेत दर्जनों नेताओं ने शिरकत की।