कैप्टन अमरिंदर सिंह खि़लाफ़ खालिस्तानी समर्थकों द्वारा अप्रैल महीने में दीं शरेआम धमकियों की जांच बंद करन के कैनेडा सरकार के फ़ैसले पर पर्दापोशी का दोष लगाते हुये पंजाब कांग्रेस ने आज केंद्र सरकार से इस मामले को कैनेडा के प्रधान मंत्री के पास उठाने की मांग की है।पंजाब कांग्रेस के नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुखबिंदर सिंह सुख सरकारिया और रमनजीत सिंह ने कहा कि केंद्रीय विदेश मंत्रालय द्वारा इस मामले पर कैनेडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के दख़ल की माग करनी चाहिए जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि उस देश की धरती का इस्तेमाल करके पंजाब के मुख्यमंत्री को शरेआम और सीधी धमकियां देने वाले दोषियों को खुलेआम घूमने की इजाज़त न मिले। इन नेताओं ने सिखज़ फॉर जस्टिस द्वारा कैप्टन अमरिंदर सिंह को पश्चिमी देश में जाने से रोकने के लिए उनके खि़लाफ़ दायर किये मामूली से केस की स्थिति जानने की मांग की।पंजाब कांग्रेस ने सभी अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक चैनलों को सक्रिय करने के लिए कहा ताकि कैनेडा में भारत विरोधी ताकतों के सिर उठाने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कैनेडा सरकार पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि कैनेडा को केस फिर खोलने के लिए कहना चाहिए और न्याय और निक्षपक्षता के हित में स्वतंत्र जांच करवाई जाये और यह यकीनी बनाया जाये कि नफऱत फैलाने और फूट डालने का कुप्रचार करने के लिए उन की धरती का प्रयोग न किया जाये।
आज यहां जारी एक बयान में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने कहा कि यह स्पष्ट है कि ओटावा में भारतीय हाई कमीशन द्वारा ग्लोबल -अफेअरज़ कैनेडा के पास दर्ज करवाई औपचारिक शिकायत संबंधी सही जांच नहीं की गई। ब्रिटिश कोलंम्बिया के सरी शहर में 22 अप्रैल को मनाये बैसाखी दिवस की वीडियो सामने आने के बाद भारत ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इन वीडीयोज़ में कैनेडा की धरती से गर्म ख्याली सिखों द्वारा दिये जाते नफऱत भरे भाषणों की लड़ी के तौर पर खालिस्तानी समर्थक धमकिया देते दिखाई दे रहे हैं।अलगाववादी नेता जरर्नैल सिंह भिंडरांवाले और अन्य आतंकवादियों, ए.के -47 की तस्वीरों और गर्मख्याली सिखों की हिट लिस्ट पर पूर्व और सेवा निभा रहे सेना और पुलिस के अफसरों समेत खालिस्तान का खुलेआम प्रचार करने पर भारत ने सख्त ऐतराज़ किया था। रिपोर्टों मुताबिक जब यह सब कुछ घटित हुआ था तो उस समय कैनेडा की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियाँ भी उपस्थित थे।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि यह हैरानीजनक है कि कैनेडा सरकार के नाक नीचे यह सब कुछ घट जाने के बावजूद सरकार भारत विरोधी और कैप्टन अमरिंदर सिंह विरोधी धमकियां देने वाले साजिशकारों खि़लाफ़ उचित सबूत जुटाने में नाकाम हुई है।कांग्रेसी नेताओं ने इस बात पर गंभीर चिंता ज़ाहिर की कि खालिस्तानी समर्थकों को भारत विरोधी ऐसीं ग़ैर -कानूनी गतिविधियों के लिए कैनेडा की धरती का प्रयोग करने की इजाज़त दी जा रही है। उन्हों ने भारत के विदेश मंत्रालय को अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मसला उठाने की माग की।एस.एफ.जे द्वारा मामूली आधार पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह विरूद्ध दर्ज करवाये केस और शिकायत के मद्देनजऱ उन को बीते वर्ष अपनी कैनेडा फेरी रद्द करन के लिए मजबूर किये जाने को याद करते कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पिछले दो वर्षों के अधिक समय से कैनेडा में खालिस्तानी समर्थकों का प्रापेगंडा लगातार बढ़ रहा है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि कैनेडा सरकार को भारतीय नेताओं विरुद्ध ऐसे मामलों को रोकनो के लिए सख़्त कदम उठाने चाहिएं ख़ास कर तब जब इस का मकसद आई.एस.आई जैसी भारत विरोधी एजेंसियों के हाथों में खेल कर भारत को बदनाम करने और देश की गलत तस्वीर पेश करना हो।