जनरल जोरावर सिंह मेमोरियल कमेटी ने रियासी में महाराजा प्रताप सिंह की 167 वीं जयंती मनाई।वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्री लाल सिंह इस अवसर पर प्रमुख अतिथि थे।मंत्री ने न्यायालय परिसर में रियासी में प्रताप सिंह के जन्मस्थान का दौरा और महान नेता को पुष्पांजलि दी। मंत्री ने कहा कि ऐसे महान लोगों के सिद्धांतों और प्रथाओं की वर्तमान युग में प्रासंगिकता है।बाद में, मंत्री ने संजोग घर में जम्मू व कश्मीर के महान नायक की जयंती मनाने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित किया। बोमाग, पौनी, अरनास, धनौर, कटरा, विजय पुरा, धर्मारी, सलाल, थानपाल, ग्रानमोर और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों ने समारोह में भाग लिया।लाल सिंह ने युवाओं को दिवंगत महाराजा और भूमि के बेटे के रूप में रहने के लिए बेहतर दुनिया को आगे बढ़ाने के लिए कदम रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वह वास्तव में प्रतिबद्धता, समर्पण, ईमानदारी और व्यावहारिक सोच के व्यक्ति थे। उन्होंने कहा अगर हम अपने आर्थिक क्षेत्र को और अधिक प्रगति और मजबूत बनाना चाहते हैं, तो हमें महाराज को एक आदर्श के रूप में अपनाना चाहिए और लोगों को अपने गुणों को बढाने के लिए शिक्षित करना चाहिए।
वक्ताओं ने महाराजा प्रताब सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि उन्होंने अपने जीवन के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में जम्मू-कश्मीर के समग्र विकास में महान कार्यों को दर्ज किया है।
वित्त एवं योजना राज्य मंत्री अजय नंदा ने इस अवसर पर रियासी और आसपास के इलाकों में ऐतिहासिक स्थलों और स्मारकों के रखरखाब के लिए किए जा रहे विकास कार्यों पर प्रकाश डाला।इससे पहले, लाल सिंह ने बस स्टैंड पर जनरल जोरावर सिंह की मूर्ति को देखा और इसके चारों ओर पौधे लगाए।जनरल जोरावर सिंह समिति द्वारा उठाई गई मुख्य मांगों में महाराजा के जन्मस्थान को समिति को सौंपना, बस स्टैंड पर जनरल जोरावर सिंह के बुत के आसपास अतिक्रमण को हटाना, भीम गढ़ किले का उचित विकास और रियासी शहर के अन्य मुद्दों शामिल थे। इस अवसर विधायक रामनगर आर.एस. पठानिया, पूर्व विधायक बलवंत मनकोटिया, डीडीसी रियासी रविंदर कुमार, अध्यक्ष जनरल जोरावार सिंह मेमोरियल कमेटी रियासी कैप्टन बलदेव सिंह, उपाध्यक्ष- शमशेर सिंह, मुंशी राम, सुदर्शन सिंह, जनरल सचिव दलजीत सिंह और समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।