कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार द्वारा पंजाब में लगाये जा नये टैक्सों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुये आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि कांग्रेस पहले ही आर्थिक तंगी का शिकार लोगों की ‘जेब काटने’ पर उतर आई है, लेकिन कैप्टन सरकार का यह धोखा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, इस लिये कैप्टन सरकार अपना यह सैद्धांतिक निर्णय तुरंत वापिस ले। ‘आप’ द्वारा जारी बयान में पार्टी के प्रदेश सह-प्रधान और विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के नेतृत्व में मंगलवार को हुई बैठक दौरान पंजाब की जनता विशेषकर व्यापारी-कारोबारी वर्ग पर 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त टैक्स थोपने का तुलगकी फैसला ले लिया गया है। अमन अरोड़ा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण कदम साबित होगा,क्योंकि पहले ही जी.एस.टी. के भंवर में फंसे व्यापारी-कारोबारी अब राज्य सरकार के नये टैक्सों की मार में आ जाएंगे।
अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा प्रस्तावित प्रोफेशनल्स टैक्स, बिजली दरों ट्रांसपोर्ट दरों में भी वृद्धि का व्यापारी-कारोबार समेत सभी वर्गों पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ेगा। अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन सरकार के इस कदम ने कैप्टन सरकार विशेषकर वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का दोहरा चेहरा नंगा कर दिया है। जो बजट स्तर के दौरान ‘शून्य टैक्स’ का ढंडोरा पीटते थे अब नये टैक्स लगाने लगे हैं। यहीं नहीं वित्तमंत्री मनप्रीत बादल कुछ दिन पहले दावा कर रहे थे कि जी.एस.टी. लागू होने उपरांत किसी अन्य टैक्स की गुजाइंश ही नहीं बचेगी लेकिन अब एक हजार करोड़ रुपये के नये टैक्स थोपने जा रहे हैं। आप नेता ने कहा कि कर्ज के बोझ और कैप्टन सरकार द्वारा कर्ज माफी का वादा पूरा न किये जाने के कारण यहां किसान और खेत मजदूर आत्म-हत्याएं रुकने का नाम नहीं ले रही, वहीं अब दुकानदार व्यापारी आत्म-हत्या जैसे घातक कदम उठाने को मजबूर होने लगे हैं। गत 18 जुलाई को जी.एस.टी. से परेशान कोटकपूरा से संबंधित एक दुकानदार विपन कुमार ने आत्म-हत्या कर ली।