वन एवं पर्यावरण मंत्री चौ. लाल सिंह ने आज कहा कि राज्य वन निगम को अधिक मजबूत बनाने हेतु विभिन्न आधुनिक कदम उठाये गये हैं तथा इसके सक्रिय परिणाम दिखना शुरू हो गये हैं। मंत्री ने एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए निगम को मजबूत बनाने पर बल दिया जिससे राज्य के लिए बड़े प्राकृतिक संसाधनों का कायम विकास सुनिश्चित होगा। मंत्री ने कहा कि वनों के विकास हेतु सम्बंधित विभाग के साथ तालमेल बनाये रखने की आवश्यकता है तथा सरकार इस सम्बंध में अतिरिक्त समय तक कार्य कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को विभाग में अधिक पारदर्षिता लाने हेतु एक योजना बनाने के लिए कहा। सिंह ने बैठक के दौरान अधिकारियों को बताया कि हमें सम्बंधित विभाग के लिए उठाये गये कदमों के सक्रिय परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को लकडी आपूर्ति के लिए कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। हमारे अधिकारियों ने वितरण प्रणाली में पारदर्षिता एवं खरापन लाया है। मंत्री ने विभिन्न सुझाव देते हुए अधिकारियों, संभागीय प्रबंधकों तथा अन्य अधिकारियों से निगम की कार्यप्रणाली में सक्रिय बदलाव लाने हेतु जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वह नियमित आधार पर निगम की कार्यप्रणाली की जांच करेंगे। एसएफसी के प्रबंध निदेशक सुरेश गुप्ता ने निगम की कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि सरकार की ओर से उठाये गये विभिन्न कदमों के साथ निगम अपने बेहतर भविश्य की ओर बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा कि एसएफसी को मजबूत बनाने से राज्य के वन विभाग का नवीनीकरण होगा। उन्होंने बैठक के दौरान अधिकारियों को कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि एसएफसी का पुनःनिर्माण किया जाये।
उन्होंने कहा कि लोगों को बिना किसी परेशानी के लकडी उपलब्ध करवाने के लिए आधुनिक तरीकों को अपनाया जाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि निगम का नवीनीकरण सबसे बड़ी प्राथमिकता है जिससे न केवल वन विभाग की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली में सुधार होगा बल्कि इससे अधिक मुनाफा भी होगा। उन्होंने कहा कि निजि तथा सरकारी क्षेत्र दोनों में आधुनिक नर्सरियों को प्राथमिक आधार पर विकसित किया जाना चाहिए तथा प्लांट मैटिरियल को भी उपलब्ध किया जाना चाहिए। मंत्री ने वन विभाग के सम्बंधित अधिकारियों को उपभोक्ताओं को बिना किसी परेशानी के लकडी उपलब्ध करवाने हेतु वितरण प्रणाली को सुचारू बनाने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिये।राज्य वन निगम के प्रबंध निदेशक सुरेश गुप्ता, सम्बंधित जीएम, डीएम तथा विभाग के अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।