बागवानी मंत्री सईद बशारत बुखारी ने आज केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह से नई दिल्ली में भेंट कर जम्मू कश्मीर राज्य के फल उद्योग के सम्पूर्ण कल्याण एवं विकास से जुडे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।बागवानी केन्द्रीय तथा सूचना सचिव मलिक तथा अन्य वरिश्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।मंत्री ने बातचीत के दौरान कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार देशभर में फल एवं सब्जी के क्शेत्र को बढ़ावा देने हेतु सभी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने तथा लोगों को रोज़गार उपलब्ध करवाने का प्रमुख क्षेत्र है। बैठक के दौरान बुखारी ने प्रस्ताव रखा कि कश्मीर में एक बागवानी विश्वविद्यालय होना चाहिए जिससे राज्य में इस क्षेत्र को बढ़ावा देने में सहायता होगी। केन्द्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि कश्मीर में बागवानी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए शीघ्र ही वित्तीयसहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को बागवानी विश्वविद्यालय को स्थापित करने का कार्य शुरू करना चाहिए तथा केन्द्र इसके लिए जरूरी वित्तीय सहायता तथा अन्य सम्बंधित सहायता उपलब्ध करवाएगा।
कश्मीर में बागवानी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए कहते हुए बुखारी ने कहा कि यह बागवानी उत्पादन के वार्शिक 7000 करोड़ से बढ़ाकर 40000 करोड़ तक बढ़ोतरी लाने के लिए अनिवार्य है तथा इस सम्बंध में राज्य सरकार ने बागवानी नीति बनाने के लिए पहले से ही बागवानी तथा सम्बंधित क्षेत्रों के उद्योग विषेशज्ञों की एक उच्चस्तरीय बैठक गठित की है जो षीघ्र ही एक विस्तृत राज्य बागवानी नीति के आधार पर रिपोर्ट पेश करेगी।बैठक के दौरान मंत्री ने केन्द्रीय मंत्री के साथ राज्य के बागवानी उत्पादन के विपणन के प्रदर्षन कार्य तथा प्रोत्साहन हेतु स्थाई जगह की व्यवस्था पर भी चर्चा की। इसपर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार पुसा में कृषि हात स्थापित कर रही है।राज्यमंत्री की मांग पर केन्द्रीय मंत्री ने अपने अधिकारियों को कीटनाष्कों फफूंदनाशी तथा खादों के दाम को नियंत्रण में करने हेतु प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये ताकि किसानों को बडे पैमाने पर लाभ प्राप्त हो सके।केन्द्रीय मंत्री ने फलों की पैकिंग के लिए कार्ड बोर्ड के बाक्स बनाने वाली इकाईयां स्थापित करने हेतु उद्यमियों को सब्सिडी उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठाने तथा इसे जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।