चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि चीन तथा रूस के बीच संबंध 'ऐतिहासिक तौर पर बेहतरीन दौर' में हैं और दोनों देश एक-दूसरे के भरोसेमंद रणनीतिक भागीदार हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शी ने यह टिप्पणी तीन-चार जुलाई को अपनी मॉस्को यात्रा से पहले रूसी मीडिया को दिए साक्षात्कार के दौरान की।शी ने कहा कि दोनों देशों ने उच्चस्तरीय राजनीतिक व रणनीतिक भरोसा विकसित किया है, साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने अपनी सीमा संबंधी मुद्दों का पूरी तरह समाधान कर लिया है और 4,300 किलोमीटर लंबी सीमा को दोस्ताना बंधन में तब्दील कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीन तथा रूस ने उच्चस्तरीय आदान-प्रदान तथा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए स्वस्थ कार्यप्रणाली की भी स्थापना की है।शी ने कहा, "राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और मैंने बढ़िया कामकाजी संबंध बनाया और व्यक्तिगत तौर पर मित्रता प्रगाढ़ की है।"
उन्होंने कहा कि जहां तक द्विपक्षीय संबंधों की बात है, तो ऊर्जा, व्यापार, निवेश, उच्च प्रौद्योगिकी, वित्त, अवसंरचना तथा कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में चीन-रूस के बीच सहयोग है और ये तब से तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, जब से वह और पुतिन यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ बेल्ट एंड रोड परियोजना को लेकर एक आम सहमति पर पहुंचे हैं।शी ने कहा कि संयुक्त सीमा पार अवसंरचना परियोजनाएं जैसे एक अंतर्राष्ट्रीय परिवहन गलियारा तथा उत्तरी ध्रुवीय समुद्री मार्ग का निर्माण संबंधों में नई जान फूंकने को लेकर आपसी संपर्क को बढ़ावा देगा।क्रेमलिन के एक बयान के मुताबिक, वार्ता के बाद दोनों नेता कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।चीनी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सीरिया संकट का केवल 'राजनीतिक समाधान' हो सकता है।शी ने कहा, "सीरिया मुद्दे पर चीन का रुख अटल है। सीरिया की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा और आदर किया जाना चाहिए और उसके भविष्य का फैसला वहां के लोगों द्वारा किया जाना चाहिए।"