जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा बलों ने शनिवार को एक शीर्ष आतंकी कमांडर बशीर लश्करी सहित लश्कर के दो आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों ने उस घर को विस्फोट कर उड़ा दिया, जिसमें दोनों आतंकी छिपे हुए थे। बशीर पिछले माह अचबल में एसएचओ तथा पांच पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए जिम्मेदार था।अनंतनाग जिले के ब्रेंथी बाटापोरा गांव में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी में एक महिला सहित दो नागरिकों की भी मौत हो गई। ये नागरिक सुरक्षा बलों के अभियान के दौरान पत्थरबाजी कर रही भीड़ का हिस्सा थे।घर को उड़ाने के बाद ब्रेंथी बाटापोरा गांव में गोलीबारी बंद हो गई।एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दो आतंकवादी मारे गए, जिनके शव ध्वस्त इमारत के मलबे से मिले हैं। घर को इसलिए विस्फोट से उड़ा दिया गया, ताकि आतंकवादी भाग न सकें।"
उन्होंने कहा, "यहां खोज अभियान चलाया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यहां अन्य आतंकवादी नहीं छिपे हैं।" हालांकि फिलहाल मारे गए आतंकवादियों के बारे में आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है, पर माना जा रहा है कि उनमें से एक शीर्ष लश्कर कमांडर बशीर लश्करी है, जिस पर 10 लाख रुपये का ईनाम था। वह कोकेरनाग क्षेत्र का रहने वाला था।इस दौरान मारा गया दूसरा आतंकवादी अजाद अहमद मलिक उर्फ ताड़ा अनंतनाग के अरवानी गांव का रहने वाला है। सुरक्षा बलों के अनुसार, लश्करी पिछले माह अचबल में हुए हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें एसएचओ फिरोज डार तथा पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और आतंकवादियों ने उनके शव के साथ बर्बरता की थी।सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी में ताहिरा नामक एक महिला और शादाब अहमद नामक युवक की मौत हो गई।
घटनास्थल पर स्थानीय लोगों ने अभियान में लगे सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस संघर्ष में 12 लोग घायल हुए हैं। पुलिस के अनुसार, दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एक महिला घायल हो गई, लेकिन बाद में उसने दम तोड़ दिया।गांव में सुरक्षा बलों और घर में छिपे आतंकियों के बीच गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी, क्योंकि उस घर के अंदर कुछ नागरिक भी थे।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि 17 लोगों को इस मुठभेड़ के बीच घटनास्थल से बाहर निकाला गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ आखिरी हमला करते हुए घर को उड़ा दिया।आतंकवादियों के गांव में एक घर में छिपने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने अभियान शुरू किया था।