वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) शासन को 1 जुलाई से लागू होने के बाद बिजली की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को यह बातें कही। गोयल ने 75 उद्योग संघों के साथ बैठक के बाद यहां मीडिया को बताया, "जीएसटी लागू होने के कारण बिजली की दरों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा।"उन्होंने कहा, "सभी क्षेत्रों में जीएसटी के बारे में तकनीकी समस्याएं थी, जिसे इस बैठक में हल कर लिया गया है। हालांकि दो मुद्दों पर अभी और विचार-विमर्श की जरूरत है।"गोयल ने कहा कि अनसुलझे मुद्दों में फ्लाई एश एक है, जो कि पर्यावरण हितैषी उत्पाद है, लेकिन मंत्रालय इसके अलग से वर्गीकरण करने के पक्ष में नहीं है। दूसरा मुद्दा केबल उद्योग के उत्पादों की दोहरी कर संचरना है, जिस पर पुर्नविचार की जरूरत है। यह पूछे जाने पर कि कोयले पर जीएसटी की दर 5 फीसदी की श्रेणी में रखी गई है जोकि कम है, तो क्या इससे बिजली की दरों में कटौती होगी। गोयल ने कहा कि वे नियामकों के फोरम के साथ इस बारे में बैठक करें कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को मिले। उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग इस अघिक पारदर्शी कर शासन के प्रति उत्साहित है.. जो कि स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा सुधार है।