ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अब्दुल हक ने आज हिमायत योजना की प्रगति एवं लागू करने की स्थिति की समीक्षा हेतु प्रोजैक्ट इंम्पलिमैंट एजैंसिस की एक बैठक की अध्यक्षता की।आयुक्त सचिव निर्मल षर्मा, जेकेएसआरएलएम के मिशन निदेशक बक्षी जाविद, भारत सरकार डीडीयू-जीकेवाई के उत्तरी क्षेत्रीय प्रतिनिधि मुरतजा, अपोलो मेडस्किलस लिमिटेड, मैनपावर ग्रुप सर्विस इंडिया प्राईवेट लिमिटेड द्वारा, सुर्या वायर प्राईवेट लिमिटेड-तीन चैम्पियन प्रवर्तकों के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे।अब्दुल हक ने एजैंसी द्वारा हिमायत को पर्याप्त रूप से लागू करने की प्रगति की समीक्षा की तथा उन्होंने अधिकारियों तथा भर्ती एजैंसियों से इस योजना को लागू करने सम्बंधी जानकारी भी मांगी।इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि जेकेएसआरएलएम द्वारा लगभग 3 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है तथा पहली किश्त सुर्या, अपोलो, मैनपावर की परियोजना लागू करने वाली एजैंसियों को जारी की गई है जो प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणों का पहला जत्था बंगलूरू, रायपुर जम्मू में स्थिति विभिन्न प्रशिक्शण केन्द्रों में जून 2017 के अंत तक शुरू किया जाएगा 4 परियोजना आवेदनपत्रों में 9751 उम्मीदवारों को लिया जाएगा।मंत्री ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों के तहत मानव संसाधन को बढ़ाने हेतु सरकार के लक्श्य को साझा किया। उन्होंने सम्बंधित पीआईए को आगे आकर युवाओं को अपनी प्रतिभा दर्शाने हेतु उनकी सहायता करने की जिम्मेदारी निभाने के लिए कहा।अब्दुल हक ने कहा कि हिमायत दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशलया योजना के तहत जम्मू कश्मीर में बेरोजगार युवाओं के लिए एक कौशल विकास कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास केन्द्रीय मंत्रालय ने ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए रोजगार पर विश्ेश बल देते हुए जेकेएसआरएलएम को 3 वर्शो की अवधि के लिए 1601.51 करोड़ रु. की वित्त सहायता के साथ 1.24 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्शण देने का कार्य सौंपा गया है।उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्शण देना राज्य सरकार के समक्ष चुनौती है उन्होंने आशा जताई कि भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रोत्साहन से राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के कम समय में बेहतर परिणाम होंगे।