पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज वर्ष 2017-18 के लिए किसानों के लिए कम अवधि वाले फसली कर्जो पर ब्याज दरे कम करने के केन्द्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुये कहा कि इससे लघु और मध्यम किसानों के दुखों को कम करने में राहत मिलेगी। पंरतु उन्होने प्रधानमंत्री को संकट में डूबे किसानों के मौजूदा खेती कर्जे माफ करने के लिए कदम उठाने की अपील की है।केन्द्रीय मंत्रीमंडल द्वारा ब्याज दरे कम करके किसानों की मदद करने संबधी स्कीम की स्वीकृति के बाद एक बयान जारी करते हुये कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने केन्द्र सरकार को कम से कम लघु किसानों के कर्जा माफ करने के लिए आगे बढऩा चाहिए क्योकि इन किसानों को कर्जे के बोझ से बचाने के लिए शीघ्र सहारे की जरूरत है।कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि स्थिति चिंताजनक है और समूचा देश मानवीय संकट की जकड़ में है जिसके परिणाम के रूप में किसान भाईचारे में बेचैनी पाई जा रही है जो अपनी स्थिति की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए कुछ राज्यों में सड़को पर उतर आये है।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब से देश भर के किसान कर्जे के जाल में फंसे हुये है और यहां तक आत्महत्या का राह अपना रहे है। उन्होन अफसोस जाहिर करते हुयेकहा कि राष्ट्रीय स्तर पर मौजूदा स्थिति शीघ्र केन्द्र सरकार के दखल की मांग करती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसान कर्जे के चक्कर और अपनी लागत पर न्यूनतम समर्थन मूल्य थोडा मिलने के कारण गंभीर वित्तीयसंकट की जकड़ में आये हुये है। उन्होन कहा कि देशका पेट भरने वाला किसान अपने परिवार को दो वक्त की रोटी देने से भी मौहताज है। जिस कारण इस संकट से बाहर निकलने के लिए उनको सरकार की सहायता की जरूरत है।मुख्यमंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने के लिएस्वामी नाथन कमीशन रिपोर्ट तुंरत लागू करने की मांग को दोहराया ताकि किसानो के उत्पादन के लिए लाभकारी मूल्य यकीनी बनाया जा सके।
उन्होने कहा कि कमीशन की सिफारिशों को अमल में लाना ही समस्या का वास्तविक हल है।कांग्रेस पार्टी के चुनाव वायदे अनुसार पंजाब में किसानो का कर्जा माफ करने के लिए अपनी सरकारी की वचनबद्धता को दोहराते हुये कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि कुछ राज्यों द्वारा बढा चढा कर प्रतिक्रिया दी जा रही है जिनमें से बहुत से राज्य कृषि संकट से हल के लिए प्रयास कर रहे है इससे समस्या का स्थाई हल नही किया जा सकता।मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार को राष्ट्रीय परिपेख से समस्या को व्यापक नजरिये से देखने और किसान भाईचारे को समस्याओं की दल दल में से निकालकर पुन तरक्की व विकास के मार्ग पर चलाने के लिए शीघ्र दखल देने की जरूरतहै। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि किसानों का मसला ना सुलझाया तो देश के लिए अन्न का गंभीर संकट पेैदा हो जाएगा जो अन्न की पैदावार के पक्ष में स्वै निर्भरता गवाने के साथ साथ राज्यों को हरित का्रति से पहले वाले दौर की धकेल देगा।