राष्ट्रीय राजधानी में आंगनवाड़ी केंद्रों को स्वच्छ करने के उद्देश्य से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी दिल्ली के आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करेंगे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को यह बात कही। प्रेस वार्ता में सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में आईएएस तथा डीएएनआईसीएस (दिल्ली, अंडमान एंड निकोबार द्वीप सिविल सर्विसेज) के लगभग 800 अधिकारी हैं और प्रत्येक अधिकारी को शनिवार को कम से कम दो आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करना है।उन्होंने कहा, "अभियान के तहत, अधिकारियों को हर बच्चे या महिला के घर का दौरा करना होगा, जिनका नाम आंगनवाड़ी में दर्ज है।"सिसोदिया ने कहा कि अधिकारी बच्चों से पूछेंगे कि क्या उन्हें सही खाना मिलता है, इन केंद्रों में क्या पढ़ाया जाता है और बच्चे वास्तव में आंगनवाड़ी में जाते हैं या नहीं।
उपमुख्मयंत्री ने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों के दौरान कई आंगनवाड़ी केंद्रों का दौरा किया, जिस दौरान कई जगहों पर गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों के प्रति असंवेदनशील रवैया देखा। उन्होंने कहा, "सरकार 400-500 करोड़ रुपये खर्च कर रही है और इसे असंवेदनशीलता से खर्च होते नहीं देखना चाहेगी।"सिसोदिया ने कहा, "कई आंगनवाड़ियों में कई वर्षो तक सर्वे रजिस्टर पेंसिल से भरे जाते रहे हैं। अगर बच्चों और उनकी शिक्षा के बारे में खयाल नहीं करेंगे, तो इससे देश का भविष्य प्रभावित होगा।"उन्होंने कहा कि कई आंगनवाड़ी केंद्र अच्छा काम कर रहे हैं और सरकार उनका संचालन करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत करेगी।