केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपोरा जिले में अपने एक शिविर पर हुए आत्मघाती हमले को नाकाम कर चार आतंकवादियों को मार गिराया गया। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादी शिविर की सुररक्षा-व्यवस्था को तोड़ने में नाकाम रहे। सीआरपीएफ के महानिरीक्षक (आईजी) रविदीप साही ने संवाददाताओं का बताया कि आतंकवादियों ने तड़के लगभग 4.35 बजे ग्रेनेड फेंके और शिविर में घुसने के लिए भारी गोलीबारी की। लगभग घंटेभर तक चली गोलीबारी में चार फिदायीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। हमलावरों की पहचान की जा रही है।साही ने कहा, "जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ की मदद के लिए जम्मू एवं कश्मीर के पुलिसकर्मी भी जुट गए। इन चारों आतंकवादियों की पहचान की जा रीह है, जो विदेशी बताए जा रहे हैं।
"उन्होंने कहा, "शिविर की बाड़ से 10-15 गज की दूरी से हमले को निष्क्रिय कर दिया गया।" संबल में सीआरपीएफ का शिविर श्रीनगर से 34 किलोमीटर की दूरी पर है।जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के पास से चार एके-47 राइफलें, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर और कुछ गोला-बारूद बरामद किए गए।सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक एम. दिनाकरन ने आईएएनएस को बताया, "आतंकवादी शिविर में घुसने के लिए लगातार गोलीबारी करते रहे लेकिन सीआरपीएफ के जवान और पुलिस ने इस हमले को नाकाम कर दिया।"उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ की ओर से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।संबल में सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन का मुख्यालय है, जिसका नेतृत्व चेतन कुमार चीता ने किया था, जिन्होंने पिछले साल बांदीपोरा में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए नौ गोलियां लगने के बावजूद मौत को मात दे दी थी।