पंजाब की ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तृप्त रजिन्द्र सिंह बाजवा ने आज यहां ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के समूचे अधिकारियों के साथ पहली बैठक के मौके पर स्पष्ट निर्देश जारी करते हुये कहा कि गांवों के विकास कार्य बिना किसी भेदभाव के किये जाए। उन्होने कहा कि ग्रंंाटों का प्रयोग सही ढंग से किया जाए और सीनियर अधिकारी स्वयं गांवो में जाकर चल रहे विकास कार्यो की अचानक चैकिंग करे।बाजवा ने कहा कि विकास कार्यो पर खर्च किये जाते पैसे से विकास कार्य दिखने चाहिए और विकास कार्यो के नाम पर घटिया मटीरियल प्रयोग करके पैसे की बर्बादी से परहेज किया जाए उन्होने सीनियर अधिकारियों को निर्देश जारी किये कि वह सभी विकास कार्यो की निगरानी स्वयं करे और नियमों की पालना ना करने वाले अधिकारियों विरूद्ध कडी कार्यवाही करे और ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाए। उन्होने आगे कहा कि दिये जाते लक्ष्य और विकास कार्य समयबद्ध पूरे किये जाए।स. बाजवा ने विभाग के अधिकारियों को कहा कि कार्यालय में समय पर उपस्थिति यकीनी बनाई जाए और लोगों की समस्याओं को सहजता से सुना जाए और हल करने के सुहृदय यत्न किये जाए उन्होने आगे कहा कि विभाग में कोई भी फाईल किसी भी स्तर पर पैडिँग ना रखी जाए, बेवजह अपने पास फाइलें दबाकर रखने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
स. बाजवा ने किये गये कार्यो के प्रयोग प्रमाण पत्र जमा ना करवाने का कडा नोटिस लेते हुये कहा कि एक महीने के अंदर अंदर प्रयोग प्रमाण पत्र जमा करवा दिये जाए ऐसा ना करने वालों विरूद्ध कड़ी विभागीय कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर विभाग के सीनियर अधिकारियों द्वारा पंचायत सचिवों की ओर से काफी समय बीत जाने के वाबजूद भी पहले किये गये कार्यो के प्रयोग प्रमाण पत्र जमा ना करवाने के कारण आडिट करने में आ रही समस्याओं का मामला भी पंचातय मंत्री के ध्यान में लाया गया। इस संबंधी पंचायत मँत्री ने कहा कि प्रयोग प्रमाण पत्र ना देने वाले पंचायत सचिवों विरूद्ध कार्यवाही के लिए शीघ्र डायरैक्टर पंचायत विभाग को लिखा जाए।ग्रामीण विकास और पंचायत मँत्री ने इन दिनों में कृषि योग्य शामलाट पंचायती जमीनों को ठेके पर देने संबधी अधिकारियों को कहा कि पंचायती जमीनों की बोली पारदर्शी ढँग से करके आय में वृद्धि की जाए। उन्होने कहा कि इस कार्यवाही को 31 जुलाई तक पूरा कर लिया जाए। इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त श्री सी सीबन डायरैक्टर कम संयुक्त कमीशनर विकास , श्रीमती रमिन्द्र बुटर संयुक्त निदेशक, विभिंन जिलों के अतिरिक्त डिप्टी कमीशनर विकास, श्री गुरमीत सिंह, श्री जोगिन्द्र कुमार , श्री सरबजीत सिंह वालिया और पुष्पिन्द्र ग्रेवाल (सभी डिप्टी डायरैक्टर),श्री सुरेन्द्र पाल सिंह आंगरा, श्री विनोद कुमार गागट और हरिन्द्र सिंह सरां(सभी डिवीजनल डिप्टी डायरेक्टर) और सभी जिलों के डीडीपीओ उपस्थित थे।