पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को आरोप लगाया कि विधायक सहकारी आवास पर राजद का वर्षो से कब्जा है, और इस कारण इसके तहत भूखंडों के आवंटन में जबरदस्त धांधली हुई है। मोदी ने यहां कहा, "विधायक सहकारी आवास पर राजद सदस्यों ने वषों से कब्जा कर रखा है। ताकि आवंटन में बड़े पैमाने पर हुई धांधली पर पर्दा डाला जा सके।"उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सहकारी आवास समिति को तत्काल भंग कर प्रशासक नियुक्त करने और आवंटन से संबंधित तमाम दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की मांग की।भाजपा नेता ने कहा कि सहकारी आवास के वर्तमान अध्यक्ष को अब तक के तमाम आवंटियों की सूची जारी करनी चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि पटना में मकान रहते कितने लोगों को प्लॉट आवंटित किए गए और कितनों को एक से अधिक प्लॉट दिए गए तथा किन-किन लोगों ने नियमों का उल्लंघन कर आवंटित प्लॉट का आवासीय के बजाय व्यावसायिक इस्तेमाल किया। मोदी ने कहा, "663 सदस्यों वाले सहकारी आवास की 2015 की मतदाता सूची में मेरा नाम 384 वें क्रमांक पर है, लेकिन आज तक मुझे और मुझ जैसे अन्य सैकड़ों सदस्यों को कभी किसी बैठक या चुनाव की सूचना नहीं दी गई।" उन्होंने आरोप लगाया कि राजद ने अपने मुट्ठी भर चहेतों को बुला कर मनमाने तरीके से चुनाव करा लिए।भाजपा नेता ने कहा कि लालू प्रसाद के चहते जयप्रकाश नारायण यादव जोड़-तोड़ कर वषों से इस सहकारी आवास के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं, जबकि हाल में विधायक बने और लालू प्रसाद के वषों तक निजी सचिव रहे भोला यादव को इसका सचिव बना दिया गया है।उन्होंने कहा कि इस तरीके से सहकारी अधिनियम की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।