अकाली अपनी गलितयों को सच साबित करना बंद करें और समस्त क्षेत्रों में राज्य के विकास के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को घेरने से गुरेज़ करें क्योंकि उनकी एक दशक चली हकुमत को केंद्रीय शहरी विकास, आवास निर्माण तथा शहरी गरीबी हटाओ मंत्रालय ने सच का आयना दिखा दिया है।आज यहां यह खुलासा करते हुये पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि केंद्रीय मंत्री श्री वैंकेया नायडू द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भेजे एक पत्र में राज्य की शहरी निकायों को केंद्रीय और राज्यीय फंड जारी करने के मामले में घोर वित्तीय अनियमितताओं की तरफ संकेत किया गया है।गत् सरकार को कड़े हाथों लेते हुये स. सिद्धू ने कहा कि इस पत्र अनुसार ना केवल गत् राज्य सरकार द्वारा अपना हिस्सा जारी नही किया गया बल्कि केंद्र का हिस्सा जारी करने में भी काफी देरी की गई। स. सिद्धू ने कहा कि केंद्रीय मंत्रालय अनुसार शहरी स्थानीय निकायों में विशेषज्ञों की नियुक्ति की फंडिंग उस द्वारा की जाती है परंतु गत् सरकार ने इनको भ्रम में कोई रूचि नही दिखाई जिसका गत् सरकार द्वारा जवाब देना बनता है। उन्होंने कहा कि नैतिकता की बड़ी बड़ी बातें करने वाले और मौजूदा कांग्रेस सरकार के जनपक्षीय एजेंडे की निंदा करने वाली गत् सरकार के प्रवक्ता अब अपनी गलतियों संबंधी अब क्या कहेंगे।
गत् हकूमत क ी आलोचना करते हुये स. सिद्धू ने कहा कि अकाली स्मार्ट सिटी मिशन का राग अलापते रहे परंतु सच तो यह है कि इस तहत अभी तक किसी भी प्रोजेक्ट का टैंडर नही किया गया और ‘अमरूत’ मिशन को लागू करने में देरी की गई। उन्होंने आगे बताया कि अभी तक केवल एक ही शहरी स्थानीय निकाय को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया जोकि स्वच्छ भारत मिशन पर प्रशन खड़े करता है। स. सिद्धू ने आगे कहा कि इन खुलासों के सामने आने से अकाली-भाजपा किस मुंह से लोगों के सामने जायेंगे क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ही है जिसने इस गठजोड़ की गत् सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।अकाली-भाजपा को कड़े हाथों लेते हुये स. सिद्धू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री सामने आकर लोगों को जवाब दें क्योंकि उनके द्वारा विकास के नाम पर झूठे दावे किये गये। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग इस गठजोड़ को राज्य के हितों में किये गये धोखे के लिये कभी भी माफ नहीं करेंगे।