Friday, 26 April 2024

 

 

खास खबरें कांग्रेस की सरकार में महिलाओं को 50% छूट और किसानों को मिलेगी एमएसपी -अनुमा आचार्य आम आदमी पार्टी का चन्नी पर जवाबी हमला: 1 जून के बाद आप होंगे गिरफ्तार चंडीगढ़ से इंडिया एलायंस के उम्मीदवार बड़े अंतर से जीतेंगे: जरनैल सिंह सैम पित्रोदा के बयानों से कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब, कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा आया सामने : तरुण चुघ भारतीय मजदूर संघ और पीजीआई ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने किया भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन का समर्थन पंजाब पुलिस ने जम्मू-कश्मीर में संभावित टारगेट किलिंग को टाला; पाक-आधारित दहशतगर्द मॉड्यूल का एक सदस्य किया काबू जालंधर में बीजेपी को बड़ा झटका! युवा नेता रॉबिन सांपला हुए आम आदमी पार्टी में शामिल आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य जांच के लिए एम्स के डॉक्टरों का पैनल बनाने के आदेश के लिए कोर्ट का किया धन्यवाद हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए 29 अप्रैल को की जाएगी अधिसूचना जारी-अनुराग अग्रवाल वोटर इन क्यू एप से पता चलेगी मतदान केन्द्र पर लाइन की जानकारी - अनुराग अग्रवाल जिला प्रशासन का अनूठा प्रयास- युवा मतदाताओं को यूथ इलेक्शन अंबेसडर बना कर चुनाव प्रक्रिया की दी गई विशेष ट्रेनिंग सेफ स्कूल वाहन पालिसी के अंतर्गत 8 स्कूलों की बसों की हुई चैकिंग सीजीसी लांडरां ने आईपीआर सेल की स्थापना की प्रभु श्रीराम व माता कौशल्या का मंदिर निर्माण मेरे जीवन का अहम फैसला:एन.के.शर्मा भाजपा के अच्छे दिन बना सपना, अब कांग्रेस लाएगी खुशहाली के दिन - गुरजीत औजला डिश टीवी द्वारा 'डिशटीवी स्मार्ट प्लस ' सर्विसेज' के साथ मनोरंजन इंडस्ट्री में आई क्रांति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के लिए जो किया है वो किसी ने नहीं किया होगा - अनिल विज एचपीएनएलयू, शिमला ने पृथ्वी दिवस 2024 के अवसर पर "प्लास्टिक रीसाइक्लिंग और ग्रीन शेड्स का अनावरण" विषय पर इंट्रा-यूनिवर्सिटी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन पर मनीष तिवारी की टिप्पणी,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दिया जवाब भाजपा महामंत्री तरुण चुग से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने की शिष्टाचार भेंट पंजाब की विरासत की झलक दर्शाता आदर्श पोलिंग बूथ बना आकर्षण का केंद्र

 

'जानकी नवमी' मनाने की उठने लगी मांग

जानकी नवमी : 4 मई पर विशेष

Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

पटना (बिहार) , 03 May 2017

केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा द्वारा राज्यसभा में सीता की जन्मभूमि 'सीतामढ़ी' के बारे में बयान दिए जाने के बाद 'वैदेही' की जन्मभूमि को लेकर जहां बहस शुरू हो गई है, वहीं मां सीता के जन्मोत्सव 'जानकी नवमी' को भगवान राम के जन्मोत्सव 'रामनवमी' की तरह धूमधाम से मनाने की मांग उठने लगी है। कई संगठनों द्वारा जन जागरण अभियान भी चलाया जा रहा है। मां सीता की जन्मभूमि सीतामढ़ी को लेकर कई अभियान चला रहे 'जानकी सेना' के प्रमुख मृत्युंजय झा कहते हैं कि इस वर्ष जानकी नवमी (4 मई) को कई आयोजन किए जा रहे हैं। पिछले चार महीने से जानकी नवमी को लेकर जन जागरण अभियान के तहत रथयात्रा और पदयात्रा कर चुके झा कहते हैं कि इस वर्ष जानकी नवमी को लेकर झांकी निकाली जा रही है। 

उन्होंने बताया कि मिथिला क्षेत्र के सीतामढ़ी सहित 12 क्षेत्रों से इस वर्ष झांकी निकाली जाएगी, सभी झांकियां मधुबनी पहुंचेंगी। इसके बद यहीं जानकी जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। झा को इस बात का संतोष है कि लोग अब जानकी नवमी को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन इस बात का मलाल भी है कि अभी इस उत्सव को रामनवमी की तरह प्रसिद्धि नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि जब मिथिला के 'दामाद' की जय-जयकार होगी, तो 'बेटी' की भी जय-जयकार होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक मां जानकी का रथ अयोध्या नहीं पहुंचेगा, तब तक वहां भव्य राम मंदिर का निर्माण असंभव है। मृत्युंजय झा ने कहा कि सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में भी जानकी नवमी को लेकर कई तरह के आयोजन हो रहे हैं। 

इधर, भाजपा के सांसद प्रभात झा का मानना है कि अभी तक तो सीता मां की जन्मस्थली को लेकर ही लोगों में एक मत नहीं है। उन्होंने हालांकि सीतामढ़ी को ही मां सीता की जन्मभूमि बताते हुए कहा कि अब सीतामढ़ी को 'संस्कारधानी' बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया, "सीतामढ़ी को 'संस्कारधानी' बनाने और इस पावन भूमि की विशेषता बताने को लेकर अब तक मैंने 6000 लोगों को पोस्टकार्ड लिख चुका हूं।" उनका मानना है कि सीता के बिना न राम की कहानी शुरू होगी और न ही पूरी होगी। झा कहते हैं कि इस वर्ष जानकी उत्सव का आयोजन बड़े रूप में किया जा रहा है। सीता की जन्मभूमि पुनौरा धाम में भी अखंड पाठ का आयोजन किया गया है। मिथिला की महादेवी वर्मा मानी जाने वाली प्रसिद्ध लेखिका डॉ़ शेफालिका वर्मा का मानना है कि पुरुष प्रधान समाज में प्रारंभ से ही नारी को दोयम दर्जे के रूप में देखा गया है। मां सीता भी नारी थीं। यही काराण है कि आज लोग रामनवमी धूमधाम से मनाते हैं, जबकि जानकी नवमी की जानकारी बहुत कम लोगों को है। 

उन्होंने कहा, "रामायण में राम के चरित्र को उभार दिया गया है, उनकी पहचान मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में की गई है, जबकि सीता के त्याग को कम महत्व दिया गया है। सीता को भी अगर बराबर महत्व दिया गया होता, तो आज उनकी पहचान भी नारी शिरोमणि की होती।" उन्होंने हालांकि संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आज की 'सीताओं' के कारण शक्ति को पहचान मिलने लगी है। उनका मानना है, "शक्ति की पूजा बिना पुरुष भी संपूर्ण नहीं है। इस कारण रामनवमी की तरह जानकी नवमी को लेकर भी उत्साह होना चाहिए और उसी भव्य तरीके से इसे भी मनाया जाना चाहिए।" इधर, मिथिलालोक फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ़ बीरबल झा कहते हैं, "आम तौर पर हम राधा-कृष्ण और सीता-राम बोलते हैं, लेकिन जब व्यावहारिकता की बात आती है, तो हम इस पुरुष प्रधान समाज में नारी (सीता व राधा) को भूल जाते हैं।" 

वह कहते हैं, "राम जन्मोत्सव की तरह सीता जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया जाना चाहिए, तभी समाज में भी नारी का सम्मान बढ़ेगा।" उन्होंने इतिहासकारों पर तंज कसते हुए कहा, "जहां से सीता का हरण किया गया, उस पंचवटी की प्रसिद्धि तो देश-दुनिया में है, लेकिन सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी को बहुत कम लोग जानते हैं।" डॉ़ झा ने कहा कि रामायण की शुरुआत ही सीता से होती है और अंत भी सीता से ही होती है। सीता के बिना राम की कल्पना ही नहीं की जा सकती।" जानकी नवमी का आयोजन और सीतामढ़ी को विकसित करने को लेकर जनजागरण अभियान चलाए जाने की वकालत करते हुए झा कहते हैं कि राम मंदिर की तरह सीतामढ़ी के पुनौरा धाम (मां सीता की जन्मस्थली) पर भी भव्य मंदिर का निर्माण आवश्यक है, तभी देश में रामराज की कल्पना की जा सकती है। 

 

Tags: SPECIAL DAY

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD