समाजवादी पार्टी के मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित पाल समाज के प्रतिनिधियों की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें विकास को धता बताकर सांप्रदायिक मुद्दों को उभार रही हैं और कहती हैं 'सबका साथ सबका विकास'। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सरकारें गरीबों की भलाई का कोई काम नहीं कर सकतीं, क्योंकि इनका रिश्ता कारपोरेट जगत से है। आरएसएस और भाजपा छलबल से केवल सत्ता हथियाना जानते हैं, लेकिन जनता के साथ धोखाधड़ी की राजनीति ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकती।अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा सरकार ने सड़क, बिजली, कृषि तथा अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया है। भाजपा का ध्यान इस विकास के विस्तार पर नहीं है। वे तो विकास के मुद्दा को ही भटका रहे हैं। आरएसएस और भाजपा का मूल चरित्र सांप्रदायिक है। उससे सावधान रहना होगा।
उन्होंने कहा, "पता नहीं ये लोग देश को और लोकतंत्र को किस रास्ते पर ले जाएंगे। समाजवादी सरकार में ही हमेशा पिछड़ों को सम्मान मिला है। वस्तुत: समाजवादी पार्टी का पिछड़ों के साथ स्वाभाविक रिश्ता है। यह संबंध अटूट रहेगा।"अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं हुआ। भाजपा धोखे की राजनीति करती है, जबकि समाजवादी पार्टी सिद्धांत की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि अभी से हालात यह हो गए हैं कि राज्य में कानून का राज नहीं है। चारों ओर अराजकता का बोलबाला है। भगवाधारियों का आतंक है। कोई अन्य दल पाल समाज की बात भी नहीं सुनता है, इसलिए पार्टी के सदस्यता अभियान को सफल बनाने के लिए बढ़चढ़ कर हिस्सा लें।बैठक में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्वमंत्री राजेंद्र चौधरी, अरविंद सिंह गोप, एसआरएस यादव एवं एमएलसी अरविंद कुमार सिंह भी शामिल रहे।