कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा कि श्रमिकों की स्थिति 'सिर्फ बातों, नारों और वादों से नहीं बदलेगी।' सरकार को इनके जीवन में बदलाव लाने के लिए नई नीतियां और बेहतर योजनाएं लानी होंगी। अंर्तराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर सोनिया ने अपने एक बयान में कहा, "हर किसी को अहसास करना होगा कि श्रमिकों की स्थिति में बदलाव सिर्फ बात करने, नारे और वादे से नहीं आएगा। यह सच्चे समर्पण और श्रमिकों को समानता व न्याय का अधिकार देने से ही होगा।"उन्होंने कहा, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए सरकार को नई नीति और बेहतर योजनाओं को अमल में लाना होगा।सोनिया ने कहा कि यदि श्रमिक प्रगति की दौड़ में पीछे छूट जाएंगे तो विकास अधूरा ही रहेगा।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "प्रगति की दौड़ में श्रमिकों के अधिकारों का संरक्षण हमारी पहली राष्ट्रीय जिम्मेदारी है।"उन्होंने कहा कि भारत के विकास में और कई क्षेत्रों आत्मनिर्भरता हासिल करने में श्रमिकों की अहम भूमिका रही है।कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी देश के विकास में श्रमिकों की भूमिका की प्रशंसा की।राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "मजदूर दिवस के मौके पर हम सच्चे देश के निर्माताओं के कठिन परिश्रम को श्रद्धांजलि देते हैं। उनकी सफलता के सपनों में देश का विकास निहित है।"