पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शहरों में कूड़ा करकट की समस्या से निपटने के साथ साथ नाड़ व पराली को जलाने की समस्या के संबध में कूड़ा करकट व पराली को एकत्रित करके बायोमास उर्जा का उत्पादन करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए स्थानीय सरकार विभाग को निर्देश दिये है।राज्य सरकार के एक प्रवक्ता अनुसार मुख्यमंत्री ने यह निर्देश स्थानीय सरकार विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुये दिये। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि शहरों में लगे कूड़े के ढेर और पराली के जलाने की दोनों समस्याओं का प्रभावी हल उच्च स्तर पर बायोमास उर्जा के उत्पादन के साथ निकल सकता है।उपलब्ध आकड़ो अनुसार राज्य में प्रतिदिन 4250टन कुल ठोस व्यर्थ पेदा होता है और ठोस व्यर्थ के प्रभावी प्रंबधन के लिए राज्य को आठ कलस्टरों में बांटा हुआ है इसके साथ सफाई के बढिय़ा प्रंबध के अतिरिक्त संयुक्त के न्द्रीकृत प्रोसैसिंग सुविधा अमल में आएगी। जोकि शहरी स्थानीय संस्थाओं के लिए लाभकारी होगी क्योकि शहरी संस्थाओं के पास जमीन की कमी है इसके साथ ही यह लागत के पक्ष से भी किफायती होगी।