पंजाब के बिजली एवं सिंचाई मंत्री श्री राणा गुरजीत सिंह ने राज्य में विभिन्न स्थानों पर लगी आग के कारण सैंकड़े एकड़ गेंहू की फसल को आग लगने का गंभीर नोटिस लेते हुये पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को सख्त निर्देश जारी करते हुये यह यकीनी बनाने के लिये कहा है कि भविष्य में खेतों में गुजरने वाली बिज़ली की तारें खेतों में आग लगने का कारण ना बनें। राणा गुरजीत सिंह ने यह भी निर्देश दिये कि गेंहू की कटाई के दौरान 7 अप्रैल से 7 मई तक हवा के वेग पर सख्त निगरानी सुनिश्चित की जाये क्योंकि इस समय दौरान गेहूं की कटाई का अधिक जोर होता है। उर्जा मंत्री ने कई क्षेत्रों में बड़े स्तर पर गेंहू को लगी आग और और एक बहुमूल्य जीवन की क्षति संबंधी समाचारों का नोटिस लेते हुये पीएसपीसीएल के अध्यक्ष को कहा है कि वह आधुनिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग करते हुये हवा की गति पर नजर रखने के लिये एक विशेष निगरानी कक्ष स्थापित करें ताकि समय रहते फसलों को बचाया जा सके और समय पर बिजली की आपूर्ति बंद किया जा सके।
उन्होंने कहा कि पी एस पी सी एल को हवा के वेग को जानने के लिये रिमोट सैंसिंग विधि के इस्तेमाल कहा गया है ताकि बिजली की तारों को जुडऩे से बचाया जा सके जिस कारण की तारों में से चिंगारियां निकलने के कारण फसलों को आग लगती है। उन्होंने यह भी बताया कि आग लगने को रोकने के लिये 24 घंटे मोनिटरिंग की जायेगी ताकि फसलों को और नुकसान ना हो। इससे पूर्व खड़ी फसल को आग लगने की घटनाओं की तरफ उर्जा मंत्री का ध्यान सीनियर नेता और विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिलाया, जिन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर चिंता व्यक्त की। राणा गुरजीत सिंह ने श्री रंधावा को भरोसा दिलाया कि इस मसले की गंभीरता को समझते हुये उच्च स्तर पर कार्रवाई की जा रही है और आगामी सत्र से मोनिटरिंग और व्यापक स्तर पर की जायेगी।