ईजराईल ने पंजाब में निजी निवेश को प्रोत्साहन देने के साथ साथ टैक्रोलोजी के आदान प्रदान, पुलिस व सुरक्षा प्रशिक्षण , कृषि व सिंचाई व डेयरी फार्मिंग सहित विभिंन क्षेत्रों में पंजाब के साथ सहयोग को ओर मजबूत बनाने के लिए दिलचस्पी दिखाई है।पंजाब के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रवीन ठुकराल ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और भारत में ईजराईल के राजदूत श्री डेनियल कैरमोन के बीच हुई एक बैठक दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय हितों से संबधित मुददों संबधी विचार विमर्श को जारी रखने के लिए पंजाब-ईजराईल वर्किंग ग्रुप स्थापित करने के लिए संभावनाओं को तलाशने का फैसला किया है । ईजराईल के राजदूत द्वारा लम्बी अवधि के सहयोग के लिए ऐसा ग्रुप बनाने के दिये सुझाव के बाद मुख्यमंत्री ने यह मामला विदेश मामले मंत्रालय के समक्ष उठाने का वायदा किया है।श्री ठुकराल के अतिरिक्त मुख्यमंत्री के साथ बैठक में राज्य के मुख्य प्रमुख सचिव श्री सुरेश कुमार, डीजीपी श्री सुरेश अरोड़ा, एडीजीपी इंटैलीजैंस श्री दिनकर गुप्ता, विशेष मुख्य सचिव(बागवानी एवं वन),श्री हिम्मत सिंह और दिल्ली में पंजाब रैजीडैंट कमीशनर श्री राहुल भंडारी उपस्थित थे।ईजराईल के राजदूत के साथ डिप्टी चीफ आफ मिशन श्रीमती डाना कुरश और प्रथम सचिव और राजनीतिक मामले के सलाहकार अडवा विलचिंसकी उपस्थित थे।
ईजराईल के राजदूत ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका देश सरकार से सरकार के साथ संबंधों के अतिरिक्त आपसी संबधों का प्रसार करने में दिलचस्पी रखता है और वह ईजराईल के निजी क्षेत्र के व्यापार के प्रसार की संभावनाओं में भी रूचि रखता है। उन्होने पंजाब मे आईटी और कम्यूनिकेशन हब की संभावनाओं के साथ टैक्रोलोजी के सहयोग में भी दिलचस्पी दिखाई। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि आपसी विकास के लिए यह क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण है।कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल की तरह इस बार भी थोड़ी जमीन की मलकियत वाले किसानों को बागवानी का व्यवसाय अपनाने के प्रति उत्साहित करके उनकी आय में सुधार लाने और सिंचाई को प्रोत्साहन देने के लिए नये ढंग खोजने में निजी क्षेत्र को सांझेदार बनाने में दिलचस्पी दिखाई। ईजराईल के शफीर ने बताया कि ईजराईल की कंपनियां नई खोजों व तरीकों द्वारा फसल का झाड़ बढ़ाने में जुटी हुई है जिसका उदेश्य कम पानी की खपत से अधिक फसल को यकीनी बनाना है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने ईजराईल को पंजाब में कृषि का साजो सामान बनाने का यूनिट लगाने के अतिरिक्त कृषि उपज के प्रभावी कोल्ड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध करवाने में राज्य की सहायता करने का सुझाव दिया।ईजराईली गाय दूध की पैदावार के पक्ष में विश्व के शिखर के तीन स्थानों में शामिल होने का जिक्र करते हुये श्री कैरमोन ने पंजाब को भ्रूण और बनावटी सीमन की टैक्रोलोजी उपलब्ध करवाने की पेशकश की ताकि राज्य में कृषि के व्यवसाय को ओर आगे बढ़ाया जा सके।दोनों पक्षो ने पुलिस /सुरक्षा प्रशिक्षण में सहयोग पर विचार विमर्श किया जिस संबंधी ईजराईली दूत ने कहा यह प्रशिक्षण उनके देश या पंजाब में करवाया जा सकता है। केैप्टन अमरेन्द्र सिंह और श्री कैरमोन ने आपसी सहमति जाहिर करते हुये क हा कि प्रशिक्षण के लिए पंजाब स्पैशल आपरेशन गु्रप कायम करने की संभावना पर विचार किया जा सकता है। यह जिक्र योग है कि मातृभूमि की सुरक्षा और आंतकवाद विरोधी गतिविधियों संबंधी ईजराईल का भारत सरकार के गृह मंत्रालय के साथ पहले ही समझौता तय हे।दोनों पक्षों ने कृषि व अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों के आदान प्रदान के लिए आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए सहमत होते हुये कहा कि दोनो पक्षों द्वारा इसको प्राथमिकता के आधार पर जारी रखा जाएगा।