पंजाब कला परिषद् द्वारा यहां सैक्टर 16 स्थित कला भवन में करवाये गये 5 दिवसीय रंधावा उत्सव के समापन सांय के अवसर पर कला, साहित्य एवं संस्कृति से जुड़ी प्रमुख शख्शीयतों को ‘पंजाब गौरव पुरस्कार’ से सम्मान्नित किया गया। यह समागम वैसाखी के स्वैग के तौर पर मनाया गया। समागम के मुख्य अतिथि के तौर पर पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर ने उपस्थिति दी जबकि समागम की अध्यक्षता सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने की। समापन समागम की शुरूआत श्री बदनौर एवं श्री सिद्धू ने दीप प्रजवल्लित करके की। इस अवसर पर संबोधित करते हुये राज्यपाल श्री बदनौर ने कहा कि वैसाखी के त्यौहार की जहां धार्मिक महत्तता है वहीं यह त्यौहार फसलें पकने की खुशी में किसानों द्वारा उत्साह से मनाया जाता है। उन्होंने पुरस्कारों के लिये चयनित शख्शीयतों को बधाई देते हुये उनके चयन के लिये कला परिषद् की इस पहल को भी सराहा। सांस्कृतिक एवं पर्यटन एवं श्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस अवसर पर बोलते हुये कहा कि यह पंजाब की असल संस्कृति है। जिसको कला, साहित्य, संस्कृति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने सृजा है।
उन्होंने कहा कि उनके विभाग का पहला एजेंडा सास्कृतिक लहर खड़ी करने के लिये एक ठोस एवं कारगर सांस्कृतिक नीति बनाना है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के युग में नई पीढ़ी को पंजाब के अमीर विरसे से जोडऩा मुख्य पहल होगी। उन्होंने कहा कि सरकारों की यदि नीयत साफ हो तो बड़ी से बड़ी चुनौती पूरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि उनको पूर्ण भरोसा है कि सबके सहयोग से वह अपनी जिम्मेवारी को सफलतापूर्वक निभायेंगे। इस अवसर पर राज्यपाल श्री बदनौर एवं श्री सिद्धू ने कला परिषद् द्वारा चयनित तीन अह्म शख्शीयतों साहित्यकार कृपाल सिंह कसेल, थियेटर से जुड़ी उमा गुरबख्श सिंह एवं आर्टिस्ट परमजीत सिंह को ‘पंजाब गौरव पुरस्कार’ से सम्मान्नित किया। इसके अतिरिक्त कला परिषद् से संबंधित तीन अकादमियों द्वारा एक -एक शख्शीयत को सम्मान्नित किया गया जिनमें बुत तराशी के विशेषज्ञ अवतार जीत सिंह धंजल को ललित क ला अकादमी पुरस्कार, प्रसिद्ध शायर डॉ.सुरजीत पातर को पंजाबी साहित्य अकादमी पुरस्कार और प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रीति सप्रू को पंजाब संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मान्नित किया गया।
इन शख्शीयतों को सम्मान में नकद ईनाम, फु लकारी, सम्मान पत्र, सम्मान चिन्ह एवं फूलों का गुलदस्ता दिया गया। कार्यक्रम के दौरान अपनी संक्षेप सी प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीतने वाले कलाकारों को भी सम्मान्नित किया गया जिनमें पम्मी बाई, नछत्तर गिल, प्रीत हरपाल, कौर बी, सुख्खी बराड़, कंठ कलेर, डौली गुलेरिया, प्रमुख थे। अंत में कला परिषद् की चेयरपर्सन सतिंदर सत्ती द्वारा मुख्य अतिथि श्री बदनौर एवं श्री सिद्धू का सम्मान किया गया। स्टेज़ संचालन डॉ. सतीश वर्मा ने किया। इस अवसर पर रौनक बैंड द्वारा फोल्क आर्टिस्टों के साथ पंजाबी लोक गायिकी की प्रस्तुति की गई और पीटर सोढी ग्रुप द्वारा लोक नृत्य के संग्रह वाला वैसाखी का मेला प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर कला परिषद् के महासचिव डॉ. लखविंदर सिंह जौहल एवं सीनियर उप चेयरमैन इंजीनियर एस एस विर्दी भी उपस्थित थे।