उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोबिंद चौधरी ने महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टियों को बंद करने के योगी सरकार के कदम को गलत करार दिया है। उन्होंने साफतौर पर कहा कि यदि राज्य की योगी सरकार ऐसा करती है तो यह गलत कदम होगा। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोबिंद चौधरी ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में यह बातें कही। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार हड़बड़ी में है और इसीलिए वह पिछली सरकार के सराहनीय योजनाओं पर भी ब्रेक लगाने का काम कर रही है।उन्होंने कहा कि अम्बेडकर जयंती पर मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया कि महापुरुषों के नाम पर छुट्टियां बंद होनी चाहिए। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की भी जयंती है। महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टियों के दिन कई तरह के कार्यक्रम कराए जा सकते हैं, जिसका लाभ बच्चों को मिल सकता है।
योगी सरकार बनने के बाद उप्र में करीब एक महीने के भीतर कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर रामगोबिंद ने कहा कि राज्य में खराब कानून व्यवस्था का ढिंढोरा पीटने वाले अब कहां हैं।उन्होंने कहा, "आप देखिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही 10 करोड़ रुपये की लूट दिनदहाड़े हो गई। क्या आरोपी पकड़े गए। अब कानून व्यवस्था खराब नहीं है। हत्या, लूट और अपहरण की घटनाएं अब नहीं हो रही हैं। दरसअल भाजपा ने केवल जनता के बीच भ्रम फैलाकर उप्र में सत्ता पर काबिज हुई है।"रामगोबिंद से यह पूछे जाने पर कि योगी सरकार ने अखिलेश यादव की बहुप्रतिक्षित समाजवादी पेंशन योजना पर रोक लगा दी है, उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हमेशा ही गरीबों और असहायों की विरोधी रही है। मुख्यमंत्री ने जो योजना चलाई थी उसमें 500 रुपये पेंशन मिलती थी।
इस बार सरकार बनती तो इसे बढ़ाकर 1000 रुपये किया जाता।विपक्ष के नेता से यह पूछे जाने पर कि योगी सरकार ने केंद्र सरकार के साथ 'पॉवर फॉर ऑल' एमओयू पर हस्ताक्षर किया है, इससे उप्र में अब लोगों को 24 घंटे बिजली मिल सकेगी, उन्होंने कहा यह सब योजनाएं अखिलेश सरकार की हैं। केंद्र के असयोग की वजह से ही उप्र में बिजली की योजनाएं सफल नहीं हो पाई। लेकिन समाजवादी सरकार ने अपने दम पर उप्र के सभी धार्मिक शहरों काशी, मथुरा और अयोध्या को 24 घंटे बिजली देने का काम किया है।रामगोबिंद चौधरी ने कहा कि योगी सरकार पहले दिन से ही योजनाओं की समीक्षा करने में जुटी है। आखिरकार भाजपा सरकार किसकी समीक्षा कर रही है। अभी तक अखिलेश सरकार की योजनाओं की समीक्षा हो रही है और उन्हीं योजनाओं पर काम हो रहा है। इसीलिए अभी हम विरोध नहीं करेंगे। अगले बजट सत्र के बाद जब योगी सरकार अपनी योजनाओं के लिए धन आवंटित कर उसे आगे बढ़ाएगी तब उसकी समीक्षा की जाएगी।