अलबम 'परी हूं मैं' से इंडीपॉप की शुरुआत करने वाले संगीतकार लेस्ली लुईस संगीत क्षेत्र में आए बदलाव से हैरान हैं। वह कहते हैं कि संगीत तेजी से बदल रहा है। रोज कुछ नया पेश करने की दौड़ में गानों की क्वालिटी के साथ समझौता हो रहा है। मैं इंडीपॉप के जरिए पाश्चात्य का पुट लेकर आया जो अब भी बरकरार है लेकिन अब एक अंधी दौड़ देखने को मिल रही है और इससे बाहर निकलने की जरूरत है। लेस्ली ने कसौली रिदम एंड ब्लूज महोत्सव से इतर आईएएनएस के साथ साक्षात्कार में कहा, "मैंने जब 'परी हूं मैं' और 'जानम समझा करो' जैसे इंडीपॉप गाने शुरू किए तो संगीत क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिला। आशाजी के साथ रिमिक्स ने एक क्रांति ही ला दी थी। ऋषि कपूर ने उस समय में इसकी जमकर तारीफ भी की थी। रिमिक्स का भी एक तरीका होता है जिसे अब दरकिनार किया जा रहा है।"
यह पूछे जाने पर कि अब रिमिक्स की बाढ़ सी आ गई है। ओरिजनल गाने के रिलीज होते ही रिमिक्स बाजार में आ जाते हैं तो ऐसे में एक खीझ होना स्वाभाविक है। इसका जवाब देते हुए लेस्ली कहते हैं, "रिमिक्स बनाते समय गाने की आत्मा को बरकरार रखने की जरूरत है। उसके साथ समझौता नहीं होना चाहिए। कहने का मतलब है कि पुराने जमाने में शकुंतला को साड़ी में देखा था लेकिन अब उसे जींस में देखने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए बशर्ते गाने की आत्मा को बरकरार रखा गया है।"वह कहते हैं, "पुराने गानों के रिमिक्स इसलिए बन रहे हैं क्योंकि लोग उससे जल्दी कनेक्ट कर पाते हैं और हाथों हाथ लेते भी हैं। मैं इतने सालों से इस इंडस्ट्री में हूं और हर बार एक जैसी पुरानी चीजों को ही नए कलेवर में होते देख रहा हूं।" गायकों और संगीतकारों के साथ हो रहे विवादों पर वह कहते हैं, "गायकों के साथ हो रहे विवाद में मीडिया की भूमिका बहुत ज्यादा है। विवाद पहले भी होते होंगे लेकिन सामने नहीं आ पाते होंगे। इंटरनेट की पहुंच बढ़ने से भी ऐसा हो रहा है।"लेस्ली कहते हैं, "आज नए लोगों के लिए तमाम तरह के मौके हैं जो पहले नहीं होते थे।
नए लोग पुराने गाने गा रहे हैं। जोनिता गांधी को बनाने में यूट्यूब का बड़ा हाथ है। वह दूसरों के गानों को कंपोज करके गाती हैं और वे हिट भी हो रहे हैं।"सलमान खान से लेकर प्रियंका चोपड़ा, श्रद्धा कपूर तक कई अभिनेता और अभिनेत्रियां खुद गाने गा भी रहे हैं जिसका इंडस्ट्री में ही दबी-कुची आवाज में विरोध भी होता आया है लेकिन लेस्ली की इस बारे में अलग ही राय है। वह कहते हैं, "जहां भी संभावनाएं होती है, लोग उसे भुनाना शुरू कर देते हैं इसमें कोई गलत बात भी नहीं है। टी-सीरीज पहले ऑडियो बनाती थी अब फिल्में बनाती है। किशोर कुमार और सहगल गाते और अभिनय दोनों करते थे। आज सलमान खान गाना गा सकता है तो वह गा रहा है। चाहे वह अच्छा गा रहा है या बुरा, हम कौन होते हैं उसे जज करने वाले। उसे सुनने वाले काफी लोग हैं। समाज को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है।"लेस्ली कहते हैं कि अच्छे गाने के बूते बुरा गायक शोहरत हासिल कर सकता है लेकिन एक बुरी तरह से कंपोज किए गए गाने को अच्छा गायक भी नहीं बचा सकता और मैंने ऐसा होते देखा है।