बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती पर चादर चढ़ाई और देश में अमन-चैन की दुआ मांगी। खादिम कमालुद्दीन चिश्ती ने आईएएनएस को बताया, "वह प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्यों के साथ पूर्वाह्न् लगभग 11 बजे दरगाह पहुचीं और 30 मिनट तक यहां रुकीं।"खादिम ने बताया, "उन्होंने अपने देश के लिए शांति व समृद्धि तथा भारत के साथ अच्छे द्विपक्षीय संबंधों की दुआ मांगी।"उन्होंने मजार पर चादर चढ़ाई और खादिम कमालुद्दीन चिश्ती की मदद से 'जियारत' भी की।दरगाह समिति ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का बुलंद दरवाजा पर स्वागत किया।13वीं सदी के सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती को समर्पित यह दरगाह सभी धर्मो के लोगों के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है।हसीना के दौरे को लेकर दरगाह पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।सुरक्षा के मद्देनजर दरगाह के पास का मुख्य बाजार बंद कर दिया गया था।