'भइया, सरकारी अस्पताल यही है न? तो ऊ जंगल वाली लड़की कहां भर्ती है?' यह सवाल शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल में बार-बार पूछे गए। बहराइच शहर ही नहीं, पूरा उत्तर प्रदेश में चर्चा है कि जंगल में जानवरों के बीच पली-बढ़ी मोगली गर्ल बहराइच के जिला अस्पताल में भर्ती हुई है। उसे देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। अचानक दो दिनों से बहुचर्चित मोगली गर्ल को देखने के लिए जिला अस्पताल में लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ है। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में मोगली गर्ल की झलक पाने के लिए ऐसी भीड़ उमड़ी कि मरीज, तीमारदार और चिकित्सक सब बैचेन हो उठे।महिलाओं और पुरुषों के साथ बच्चे भी मोगली गर्ल को देखने के लिए पहुंचे और उसकी एक-एक हरकत को गौर से देखते रहे।
आम बच्चों की तरह दिखने वाली 'मोगली गर्ल' इंसानी भीड़ को देखकर सहम उठती है। कौतूहल भरी नजरों से भीड़ को देखते हुए खुद को कंबल ओढ़ छुपाने की कोशिश करती है। प्यार, दुलार और पुचकार उस पर वो असर नहीं छोड़ पा रहे हैं, जैसे हमारे-आपके बच्चों पर होता है। लाख जतन के बाद भी वह खाना जंगली जानवरों की तरह ही बेड पर फैलाकर खाती है। उसकी जुबां से कोई शब्द नहीं निकल पा रहा है। जिला अस्पताल में मोगली गर्ल को देखने के लिए भीड़ बढ़ती जा रही है। लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए सीएमएस डॉ. डी.के. सिंह ने आइसोलेशन वार्ड के गेट पर एक सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी लगा दी गई है। उधर, भीड़ से आवाज आती रहती है, 'ऐ साहब, ऊ मोगली बिटिया कै एक झलक दिखाय देओ, बहुत दूर से आए हैं।' जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के गेट को अब बंद कर दिया गया है, लोग ग्रिल से झांककर मोगली गर्ल को देखने का प्रयास करते हैं।