पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को झारग्राम के निवासियों की पुरानी मांग पूरी करते हुए इसे राज्य के 22वें जिले के रूप में मान्यता दे दी। नए जिले के मुख्यालय झारग्राम में एक सार्वजनिक सभा में मुख्यमंत्री ने कहा, "अब से चार अप्रैल झारग्राम दिवस के रूप में मनाया जाएगा।"उन्होंने जिले के लिए कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें एक स्टेडियम, कई स्कूल, कॉलेज और अस्पताल शामिल हैं।ममता ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, "झारग्राम के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। नयाग्राम में नया स्टेडियम बनाना और झारग्राम स्टेडियम की मरम्मत कराना मेरी सरकार की कार्यसूची में शामिल है। नए जिले के सभी ब्लॉकों में मल्टी-स्पेशलिटी अस्पतालों के साथ ही स्कूलों और महाविद्यालयों का निर्माण किया जाएगा।"
ममता ने क्षेत्र में अतीत में काय रही अशांति को याद किया, जब लोग झारग्राम में प्रवेश करने से डरते थे। उन्होंने क्षेत्र में नक्सल आंदोलन के उफान के दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि कई बेगुनाह लोगों को यहां अपनी जान गंवानी पड़ी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगलमहल से लगभग 35,000 लोगों को पुलिस में भर्ती किया गया है। जंगलमहल कें अंतर्गत बांकुरा, पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया और झारग्राम जिलों के विशाल जंगली भूभाग आते हैं, जिसे पूर्व में नक्सली क्षेत्र माना जाता था। उन्होंने कहा, "यहां के निवासी तीरंदाजी में विशेष निपुण हैं। हम झारग्राम में प्रतिभावान युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए एक तीरंदाजी अकादमी खोलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छाऊ नृत्य को प्रोत्साहन दिया जाएगा। यदि लोगों को प्रशिक्षण दिया गया तो वे तीरंदाजी और छाऊ नृत्य में बेजोड़ होंगे।"