पंजाब सरकार ने आज अकाली लीडरशिप द्वारा कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार विरूद्ध मंदभावना से की जा रही दुश्मनबाजी को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि इससे अकालियो द्वारा पिछले दस वर्षो दौरान की गई वित्तीय अनियमितताए व अन्य गुनाहों का पर्दाफाश होने की घबराहट स्पष्ट नजर आ रही है।एक सरकारी प्रवक्ता ने प्रकश सिंह बादल की अध्यक्षता में शिअद के नेताओं के ताजा बयानों संबंधी कहा कि इन बयानों से हाल ही के विधान सभा चुनावों में हुई करारी हार के निराशा झलकती है। उन्होने अकाली लीडरों को राज्य की लीडरशिप विरूद्ध बेबुनियाद दुश्मानबाजी बंद करने की अपील की।एक बयान में प्रवक्ता ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार ने अकाली भाजपा सरकार द्वारा किये गुनाहों की जांच करवाने का फैसला लिया है और बादलों द्वारा विरासत में हासिल हुई राज्य की वित्तीय बुरी स्थिति पर श्वेतपत्र लाया जा रहा है। जिस कारण अकाली लीडरशिप बौखलाहट में है। प्रवक्ता ने कहा कि इसका प्रमाण इस तथ्य से ही मिल जाता है कि बीते शुक्रवार को शुरू हुये विधान सभा सैंशन के पहले ही दिन दोनों बादल सदन में आने की हिम्मत नही कर सके।शिअद के विधायक परमिन्द्र सिंह ढींडसा द्वारा पंजाब की वित्तीय स्थिति संबंधी की गई टिप्पणी का जिक्र करते हुये प्रवक्ता ने कहा कि इस मुददे पर लाया जा रहा श्वेत पत्र अकालियों के झूठ का पर्दाफाश करेगा। उन्होने कहा कि बादलों व उनकी जुंडली द्वारा खजाने की गई लूट ने राज्य को वित्तीय मंदहाली के राह पर ला खड़ा किया है। जिस का प्रगटावा इस दस्तावेज में स्पष्ट रूप से किया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि इस वित्तीय स्थिति के वाबजूद कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार कांगे्रस पार्टी के चुनाव वायदों को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है जिन में से 33 प्रतिशत वायदों पर केबिनेट द्वारा पहले ही मोहर लगा दी गई है। प्रवक्ता ने कहा कि विभिंन विभागों को आवश्यक फंड पैदा करने के लिए ढंग -तरीके ढूढने के निर्देश भी दिये जा चुके है।बादल के बयान का जिक्र करते हुये प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा कृषि कर्जो के मुददे पर कैप्टन अमरेन्द्र सिंह प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के बारे में की गई टिप्पणी से पलटने से इस की सच्चाई से कोसों दूर होने का प्रगटावा होता है।प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले पर केन्द्र सरकार की वित्तीय सहायता लेने संबंधी मुख्यमंत्री के यत्नों का शुरू शुरू में विरोध करने के बाद बादल द्वारा अब इस का समर्थन किया जा रहा है जिससे यह सिद्ध होता है कि शिअद के लीडर तथ्यों को विचारे बिना बयान कर रहे है।कर्जा माफी का मुददा केन्द्रीय फंडों से जोडऩे संबधी बादल द्वारा लगाये दोष पर प्रतिक्रम देते हुये प्रवक्ता ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह एक बार नही बल्कि कई बार यह स्पष्ट कर चुके है कि वह मोदी सरकार की सहायता या सहायता के बिना भी किसानों का कर्जा माफ करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है चाहे की सीनीयर अकाली नेता इस तथ्य को मानने से लगातार इंकार करके राज्य सरकार द्वारा पंजाब को उन्नति के मार्ग पर लाने के संजीदा यत्नों की बिना सोचे समझे आलोचना कर रहे है पंरतु असल में बादल सरकार ने राज्य को विकास के मार्ग से नीचे उतार दिया है।प्रवक्ता ने कहा कि एक तरफ सीनियर बादल मुख्यमंत्री केैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा राजनीतिक बदलाखोरी से टकराव विरूद्ध दी बयानबाजी का स्वागत कर रहे है जबकि दूसरी तरफ मामूली मामलों पर राज्य सरकार के साथ अनावश्यक टकराव में उलझ रहे है। यहां तक की बादल शपथ लेने के लिए सदन में भी नही आए।