मर्चेंट नेवी में बेशक कम समय में बेहतरीन कैरियर और पैसा कमाने के साथ साथ दुनिया की सैर का भी अवसर मिलता है। परंतु फिर भी विश्व स्तर पर अभी भी बेहतरीन मैरीन मुश्किल से ही मिलते हैं। ऐसे समय में टीएमसी द्वारा उत्तरी क्षेत्र में तैयार किए जा रहे मैरीन यकीनन प्रशंसनीय हैं। यह बात मशहूर अर्बपति और मास्टर मैरीन कैप्टन हरिन्द्रपाल सिंह बंगा ने पंचकूला में स्थित टीएमसी की मैरी टाईम एकेडमी को अवार्ड प्रदान करते हुए कही। चंडीगढ़ के पीएचडी चैंबर में आयोजित एक समागम में उक्त अवार्ड कंपनी के डायरेक्टर नीरज कुमार ने हासिल किया।इस अवसर पर नीरज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि दुनिया का 90 प्रतिशत व्यापार जहाजों के माध्यम से किया जाता है। तेल के बड़े बड़े टैंकर, मालवाहक जहाज, आटोमोबाइल जहाज, कार्गो जहाज और यात्री जहाजों सहित अन्य कई तरह के उपयोग के लिए जहाज आज भी सबसे सस्ता और बेहतरीन यातायात का साधन हैं। मर्चेंट नेवी में दो तरह की डिवीजन नेवीगेशन और इंजीनियरिंग होती हैं, जोकि मिलकर काम करते हैं। भारत विश्व स्तर पर समुंद्री व्यापार में 7 प्रतिशत का योगदान दे रहा है, जबकि 2020 तक यह 9 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। ऐसे समय जहां भारत में नौकरी के लिए भारी जदोजहद करनी पड़ती है, जबकि मर्चेंट नेवी में युवक और युवतियों की बहुत ज्यादा डिमांड है, जबकि मैरी टाईम एकेडमी द्वारा उत्तर भारत के युवाओं को इस क्षेत्र से जोडऩे और उन्हें तैयार करने के लिए खास प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए उन्हे उच्च स्तरीय ट्रेनिंग, जानकारी और मर्चेंट नेवी से जुड़ी विभिन्न नौकरियों की योग्यता और स्तर पर लाया जाता है। इस अवसर पर कैप्टन एम एस काहलों, विपुल शर्मा, कैप्टन पी एस गोहत्रा, कैप्टन एम एस जज, कैप्टन वाई परमार, कैप्टन के जे सुलताना सहित मर्चेंट नेवी से संबंधित अन्य कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।