प्रधानमंत्री मोदीजी से प्रभावित होकर लेखक निर्देशक रजनिश जयसवल ने फिल्म चकल्लसपुर का निर्माण किया है.फिल्म चकल्लसपुर बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसे एक गांव की कहानी है। गांव वाले किसी सहायता की मांग करते हैं, तो दोनों ही सरकारें एक दूसरे को ज़िम्मेदारी बताकर अपना पल्ला साफ झाड़ लेती हैं और गांववाले इसे अपना भाग्य समझ कर चुप्पी साध लेते है.इसी गांव का सीधा-साधा बिल्लु केवल दस साल की उम्र में गांव छोड़ कर शहर चला जाता है। लंबे अंतराल के बाद में जब गांव लौटता है,तो गांव की दशा देकर गांव की काया पलटने का मन बना लेता है। गांव वासियों को बिल्लु में एक उम्मीद की किरण जागती है कि वह उनके सारे अधूरे सपनों को पूरा करेंगा। .बिल्लु हर पल अपने गांव और गांव वासियों की तकलीफों को लेकर सोचता रहता है, लेकिन जब एक साधारण सी बीमारी के चलते गांव के बच्चों की मौत हो जाती है तो बिल्कुल की चिंता और भी बढ़ जाती है, वह गांव वालांे को प्रेरित करता है कि खेती करो , मेहनत करो, गांव में अस्पताल बनाओ, लेकिन बिल्लु की बात को, गांववाले हंसकर उड़ा देते हैं क्योंकि दो साल से बारीश नहीं हुई और सिंचाई के लिए पानी का कोई भी साधन नही है...बिल्लु अपने अथक प्रयासों से खेती करने की सोचता है लेकिन सरकारी अनुदान के लिए भागते भागते बिल्लु टूट जाता है, ऊपर किसी किसी पर साहूकार का कर्ज का बोझा। बिल्लु को आशा की किरण नज़र आती है, जब वह रेडियों पर सुनता है देश के प्रधानमंत्री की मन की बात... वह प्रधानमंत्री कार्यालय तक अपनी अवाज़ एक साधारण से पत्र के जरिए पहुंचाता है.... प्रधानमंत्री अचानक दी बिल्लु के गांव चकल्लसपुर का दौरा करते हैं और फिर पूरी होती है सभी गांव वालों की ‘‘मन की बात‘‘ फिल्म में मुकेश नायक उर्मिला महन्त है, छायकार कौशिक मण्डल, संगीतकार ,परवेज़ मलिक तथा गीतकार, राम गौतम और प्रकाश धरमल है।