कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र पर निशाना साधते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियों पर सवाल खड़े किए और उन्होंने एनएससीएन-आईएम के साथ हुए समझौते पर मणिपुर को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया। राहुल ने मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी पर ये आरोप लगाए। मणिपुर में चार और आठ मार्च को दो चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होंगे।इंफाल के हैप्टा कांगजेइबुंग में आयोजित जनसभा में राहुल ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने बेहद अहम सूचनाएं छिपा कर रखीं। वे अपने कई वादों से भी मुकर गए। मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने और सरकार बनने के 100 दिन के अंदर मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 की मरम्मत कराने का वादा किया था..लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं किया।"
राहुल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अचानक एक दिन मोदी का फोन आया कि नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-इसाक-मुइवाह के साथ एक समझौता हो गया है, लेकिन जांच करने पर पता चला कि मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और अन्य केंद्रीय मंत्रियों को इस संधि के बारे में अंधेरे में रखा गया।राहुल के साथ मंच पर मुख्यमंत्री इबोबी सिंह भी मौजूद रहे।राहुल ने कहा, "मोदी अगली बार जब मणिपुर आएंगे तो लोग उनसे पूछेंगे कि वह इस तरह लोगों को अंधेरे में क्यो रख रहे हैं।"राहुल ने मोदी पर दो उद्योग घरानों से बड़ी मात्रा में धनराशि लेने का आरोप भी लगाया और कहा कि आयकर विभाग भी इसके बारे में जानता है।राहुल और इबोबी सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि दुनिया की कोई ताकत मणिपुर को नहीं बांट सकती।मणिपुर के उप-मुख्यमंत्री गइखंगम ने आईएएनएस को फोन पर बताया कि इस जनसभा में चार लाख के करीब लोग पहुंचे, जो मणिपुर के हिसाब से बहुत बड़ा जनसमूह है।उन्होंने कहा, "यह दिखाता है कि कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।"