आम आदमी पार्टी (आप) ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ने वाली दिल्ली विश्वविद्याल की छात्रा गुरमेहर कौर को मिली दुष्कर्म व जान से मारने की धमकी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आप नेता आतिशी मार्लेना ने सवाल किया कि आखिर दिल्ली पुलिस ने उन एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ तुरंत कार्रवाई क्यों नहीं की, जिन्होंने 22 फरवरी को रामजस कॉलेज में छात्रों, शिक्षकों व पत्रकारों पर हमला किया था।कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के एक कैप्टन की बेटी गुरमेहर लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा हैं। उन्होंने धमकियों की शिकायत सोमवार को दिल्ली महिला आयोग में की।मार्लेना ने संवाददाताओं से कहा, "यह साफ हो गया है कि सरकार जिम्मेदार है।" उन्होंने यह भी कहा कि मोदी के सत्ता में आने के बाद से 'एबीवीपी की गुंडागर्दी' देशभर के विश्वविद्यालयों में बढ़ गई है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इंटरनेट पर उन लोगों को फॉलो करते हैं, जो दूसरों को धमकी देते हैं।
उन्होंने कहा, "एबीवीपी की गुंडागर्दी वास्तविक दुनिया में और इंटरनेट पर भी है।"मार्लेना ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर रामजस कॉलेज के बाहर छात्रों, शिक्षकों एवं पत्रकारों और यहां तक कि पुलिस अधिकारियों को भी पीटने का आरोप लगाया। उनके मुताबिक, सबकुछ कैमरे में रिकॉर्ड है।उन्होंने कहा कि इसके बाद भी एबीवीपी के सदस्यों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र नेता रह चुकीं आप विधायक अल्का लांबा ने कहा कि उन्होंने अपने समय में विश्वविद्यालय परिसर में ऐसा उपद्रव नहीं देखा।उन्होंने कहा, "आज एबीवीपी के लोगों ने कानून अपने हाथों में ले लिया है।"इससे पहले आप नेता आशुतोष ने सवाल किया कि आखिर भाजपा के किसी नेता या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के किसी सदस्य ने डीयू छात्रा को मिली धमकियों की निंदा क्यों नहीं की?