रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज रेल भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तीसरी हमसफर ट्रेन और पहली अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया । इस अवसर पर रेल बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए.के. मित्तल, मेंबर ट्रैफिक श्री मोहम्मद जमशेद, रेल बोर्ड के अन्य सदस्य, डाक विभाग के सचिव श्री बोयापति वी. सुधाकर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।इस अवसर पर श्री प्रभाकर प्रभु ने कहा कि यह लांच की जाने वाली चौथी हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन है और यह ट्रेन उत्तर से दक्षिण भारत तक सफर करेगी। हमसफर ट्रेन पूरी तरह वातानुकूलित थ्री एसी ट्रेन है और इसमें जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, यात्री घोषणा प्रणाली, अग्नि तथा धुआं की जानकारी प्राप्त करने और समाप्त करने वाली प्रणाली, सीसीटीवी आरामदेह सीटें, मोबाईल तथा लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट, ब्रेल लिपि में डिसप्ले आदि सुविधाएं हैं।उन्होंने कहा कि आज देश की पहली अंत्योदय एक्सप्रेस रेलगाड़ी लांच कर रहे हैं। जल्द ही तेजस तथा उदय एक्सप्रेस ट्रेन लांच की जाएगी।
अंत्योदय एक्सप्रेस आम जन के लिए लंबी दूरी की पूरी तरह अनारक्षित सुपरफास्ट ट्रेन हैं। इसमें आरामदेह सीट और समान के लिए रैक के अतिरिक्त पेय जल उपलब्ध कराने वाली मशीन, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, मॉड्यूलर शौचालय, एलईडी लाईट जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं।श्री प्रभु ने कहा कि नई कैटरिंग नीति में खाद्य सामग्री बनाने और उसके वितरण के काम को अलग-अलग किया जाएगा। खाना आईआरसीटीसी की आधुनिक किचेन जैसी किसी जगह पर भी पकाया जा सकता है और इसके वितरण में आतिथ्य उद्योग के पेशेवर लोगों को लगाया जा सकता है।श्री प्रभु ने कहा कि पार्सल भारतीय रेल का तेजी से बढ़ता मालभाड़ा व्यवसाय है। नई व्यावसायिक पार्सल नीति के माध्यम से न केवल भारतीय डाक बल्कि निजी क्षेत्र द्वारा पार्सल भेजने के लिए स्थान की बुकिंग कराई जा सकती है। पूरे देश में लागू करने से पहले इस योजना का परीक्षण दो रेलगाड़ियों- हावड़ा और गुवाहाटी के बीच गाड़ी संख्या 15959 हावड़ा-गुवाहाटी-डिब्रूगढ़ कामरूप एक्सप्रेस तथा हैदराबाद और निजामुद्दीन के बीच गाड़ी संख्या 12721 हैदराबाद-निजामुद्दीन डेक्कन एक्सप्रेस-में किया गया। सफल परीक्षण के बाद अखिल भारतीय स्तर पर आज इसे लांच किया गया।