एसवाईएल के मुद्दे पर इनेलो ने 15 मार्च को संसद का घेराव करने और जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने अपने सांसदों व विधायकों सहित सोमवार को पटियाला जेल से रिहा होने के बाद चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि एसवाईएल पर इनेलो निर्णायक संघर्ष करेगी और आंदोलन की अगली रूपरेखा का ऐलान भी 15 मार्च को किया जाएगा। पानी के मामले में हरियाणा के हितों की निरंतर अनदेखी हो रही है और पिछले 50 सालों से इस पर राजनीति कर रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में यह फैसला हुआ था कि एसवाईएल के मुद्दे पर सभी को मिलजुल कर लडऩा चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री ने एसवाईएल पर गंभीरता न दिखाते हुए प्रदेश के पक्ष को कमजोर कर दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले साढे तीन महीने से एसवाईएल जैसे अहम मुद्दे पर प्रधानमंत्री से मिलने का समय तक नहीं ले पाए और जो सीएम प्रधानमंत्री से मिलने का समय न ले पाए ऐसे कमजोर सीएम को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष के अलावा इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, हिसार से इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला, राज्यसभा सांसद रामकुमार कश्यप, पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, जसविन्द्र संधु, परमेंद्र ढुल, अर्जुन चौटाला सहित पार्टी के सभी सांसद, विधायक, पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेता मौजूद थे।इनेलो नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि हमने पीएम से मिलने के लिए समय मांगा हुआ है और अगर 15 मार्च तक प्रधानमंत्री हमें मिलने के लिए समय नहीं देंगे तो हम न सिर्फ जंतर मंतर पर प्रदर्शन व संसद का घेराव कर सरकार को ज्ञापन व चेतावनी देंगे बल्कि प्रदेशभर के 6843 गांवों की पंचायतों द्वारा एसवाईएल पर उन्हें सौंपे गए प्रस्ताव भी सौंपने का काम करेंगे। नेता प्रपितक्ष ने स्पष्ट किया कि जो व्यक्ति प्रदेश के हितों की रक्षा नहीं कर सकता और राज्य की जनता के साथ न्याय नहीं कर सकता ऐसे सीएम के साथ वे न तो प्रधानमंत्री से मिलने जाएंगे और भविष्य में इनेलो ऐसे कमजोर व्यक्ति के साथ कभी खड़ी नहीं होगी। इनेलो नेता ने कहा कि पार्टी ने अपनी जिम्मेदारी समझकर इस लड़ाई को लडऩे का काम किया है और जब तक एसवाईएल का निर्माण होकर पानी नहीं आ जाता तब तक चाहे इनेलो को धरने-प्रदर्शन करने पड़ें, गिरफ्तारियां देनी पड़ी या बड़ी से बड़ी कुर्बानी देनी पड़े तो भी इनेलो इससे पीछे नहीं हटेगी।
इनेलो नेता ने कहा कि जब 23 फरवरी को प्रदेश के लाखों लोग अम्बाला में एकत्रित होकर प्रदेश के हितों की लड़ाई के लिए केंद्र पर दबाव बनाने और एसवाईएल की खुदाई करने के लिए पंजाब की ओर कूच कर रहे थे तो उस समय प्रदेश की सरकार ने जगह-जगह बाधाएं खड़ी करने का काम किया। उन्होंने कहा कि सरकार से मदद की उम्मीद थी लेकिन सरकार ने न सिर्फ तीन जगह बैरिकेट्स लगाए बल्कि उन्हें रोकने का भी प्रयास किया।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इनेलो कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं जिन्होंने हरियाणा सरकार की तमाम बाधाएं तोडक़र पंजाब की ओर कूच किया और वहां पर हमें रोकने के लिए पंजाब बार्डर पर ऐसी बैरिकेटिंग की गई थी जैसे पाकिस्तान के साथ युद्ध चल रहा हो। इनेलो कार्यकर्ता न सिर्फ पंजाब में दाखिल हुए बल्कि वहीं धरने पर बैठ गए कि वे एसवाईएल की खुदाई के बिना नहीं लौटेंगे। इसके बाद पंजाब पुलिस ने इनेलो के वरिष्ठ नेताओं जिनमें सांसद, विधायक व पूर्व विधायक भी शामिल थे, को गिरफ्तार कर पटियाला जेल भेज दिया और अब अपने आप ही उन्होंने रिहा करने का निर्णय लिया। इससे पहले एसवाईएल खुदाई को लेकर पिछले चार दिनों से पटियाला जेल में बंद इनेलो नेताओं को आज सुबह रिहा कर दिया गया और वे दो बसों में सवार होकर पटियाला से सीधे चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में इनेलो जिंदाबाद के गगनभेदी नारों के बीच पहुंचे।
नेता प्रतिपक्ष ने स्पष्ट किया कि उनमें से न तो किसी ने जमानत करवाई है औरन ही कोई कमजोरी दिखाई है। बल्कि हमने खुले रूप से पंजाब सरकार को कह दिया था कि हम जमानत नहीं करवाएंगे। उन्होंने कहा कि अब तक देश में इमरजेंसी सहित हुए अनेक राजनीतिक आंदोलनों में गिरफ्तार हुए कांग्रेस, भाजपा व आरएसएस के लोगों ने तो जमानत करवाने या माफी मांगने का काम किया है लेकिन इनेलो के किसी कार्यकर्ता ने जमानत की अर्जी नहीं दी। इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो विधानसभा के बजट सत्र में प्रदेश से जुड़े सभी अहम मुद्दे उठाएगी और सरकार से हर सवाल का जवाब तलब करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व भाजपा के जिन नेताओं ने सुर्खियां बटोरने के लिए उन पर कटाक्ष किया है उनका जवाब भी सदन में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये लोग हरियाणा के विरोधी हैं और इन्हें हरियाणा के हितों से कोई सरोकार नहीं है। वे मात्र अखबारी सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसी हल्की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वे एसवाईएल, जाट आरक्षण, शिक्षक भर्ती, सरकारी खरीद में घोटाले, नौकरियों में धांधली, किसानों की दुर्दशा व बिजली-पानी संकट जैसे सभी अहम मुद्दों पर विधानसभा में सरकार को घेरेंगे। उन्होंने कहा कि एसवाईएल के लिए उनकी पार्टी कोई भी बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेगी। इनेलो नेता ने कहा कि सरकार में बैठे लोग फैसले कुछ लेते हैं और उन्हें परवान चढ़ाने की बजाय बाद में उनसे पीछे हट जाते हैं। ऐसे में ये लोग भरोसे के लायक नहीं हैं।