Wednesday, 24 April 2024

 

 

खास खबरें सैम पित्रोदा के बयानों से कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब, कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा आया सामने : तरुण चुघ भारतीय मजदूर संघ और पीजीआई ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने किया भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन का समर्थन पंजाब पुलिस ने जम्मू-कश्मीर में संभावित टारगेट किलिंग को टाला; पाक-आधारित दहशतगर्द मॉड्यूल का एक सदस्य किया काबू जालंधर में बीजेपी को बड़ा झटका! युवा नेता रॉबिन सांपला हुए आम आदमी पार्टी में शामिल आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य जांच के लिए एम्स के डॉक्टरों का पैनल बनाने के आदेश के लिए कोर्ट का किया धन्यवाद हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए 29 अप्रैल को की जाएगी अधिसूचना जारी-अनुराग अग्रवाल वोटर इन क्यू एप से पता चलेगी मतदान केन्द्र पर लाइन की जानकारी - अनुराग अग्रवाल जिला प्रशासन का अनूठा प्रयास- युवा मतदाताओं को यूथ इलेक्शन अंबेसडर बना कर चुनाव प्रक्रिया की दी गई विशेष ट्रेनिंग सेफ स्कूल वाहन पालिसी के अंतर्गत 8 स्कूलों की बसों की हुई चैकिंग सीजीसी लांडरां ने आईपीआर सेल की स्थापना की प्रभु श्रीराम व माता कौशल्या का मंदिर निर्माण मेरे जीवन का अहम फैसला:एन.के.शर्मा भाजपा के अच्छे दिन बना सपना, अब कांग्रेस लाएगी खुशहाली के दिन - गुरजीत औजला डिश टीवी द्वारा 'डिशटीवी स्मार्ट प्लस ' सर्विसेज' के साथ मनोरंजन इंडस्ट्री में आई क्रांति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के लिए जो किया है वो किसी ने नहीं किया होगा - अनिल विज एचपीएनएलयू, शिमला ने पृथ्वी दिवस 2024 के अवसर पर "प्लास्टिक रीसाइक्लिंग और ग्रीन शेड्स का अनावरण" विषय पर इंट्रा-यूनिवर्सिटी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन पर मनीष तिवारी की टिप्पणी,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दिया जवाब भाजपा महामंत्री तरुण चुग से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने की शिष्टाचार भेंट पंजाब की विरासत की झलक दर्शाता आदर्श पोलिंग बूथ बना आकर्षण का केंद्र मतदाता जागरूकता के लिए घर-घर तक पहुंचेगा थीम सॉंग राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने परवाणु में जल जनित रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण संबंधी उपायों की समीक्षा की एलपीयू के इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को इसरो समर्थित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में टॉप स्पेस इन्नोवेटरज़ के रूप में चुना

 

नीतीश और शिवराज सिंह चौहान के 'जल अभियानों' में बड़ा अंतर : राजेंद्र सिंह

Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

पटना (बिहार) , 26 Feb 2017

पानी का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले 'स्टॉकहोम वाटर प्राइज' से सम्मानित और 'जलपुरुष' नाम से विख्यात राजेंद्र सिंह का मानना है कि इस समय देश में नदियों के बचाने के लिए दो अभियान चल रहे हैं, एक मध्यप्रदेश में और दूसरा बिहार में। मगर दोनों अभियानों में बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभियान जहां 'चुनावी' लगता है, वहीं नीतीश का अभियान 'हकीकत' के करीब नजर आता है। राजेंद्र सिंह ने कहा कि नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त कराने के लिए चल रही शिवराज की 'नर्मदा पदयात्रा' जहां 'चुनावी यात्रा' लगती है, वहीं नीतीश का बिहार को बाढ़ से बचाने का अभियान हकीकत के करीब नजर आ रहा है। गंगा की अविरलता को लेकर पटना में आयोजित सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे सिंह ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, "नीतीश गंगा के सवाल पर बहस के लिए न केवल देश के नामी-गिरामी पर्यावरणविदों को बुलाया है, बल्कि विदेशों के भी जानकारों को बुलाया है।"उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "बिहार सरकार बीमारी होने के कारणों को जानने और उसका उपाय ढूंढ़ने की कोशिश कर रही है, जबकि मध्यप्रदेश सरकार बिना बीमारी जाने दवा देने की बात कर रही है।"सिंह ने पश्चिम बंगाल स्थित फरक्का बांध के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि फरक्का बांध बिहार में बाढ़ को अधिक समय तक टिके रहने का मुख्य कारण है। 

'जलपुरुष' ने कहा, "फरक्का बांध के कारण गंगा में सिल्ट जमा हुआ है, जिस कारण गंगा ऊपर उठ गई है। ऐसे में बाढ़ आने के बाद 'बैक वाटर' पीछे आने लगा और पानी अन्य क्षेत्रों में भी फैल जाता है। ऐसे में पानी को निकलने में समय लगता है।"उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि फरक्का बांध के पहले भी बिहार में बाढ़ आती थी, परंतु पानी जल्दी निकल जाता था। मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित सिंह का मानना है कि बिहार में गंगा के सवाल बाढ़ और सुखाड़ हैं। इस समस्या के निदान भी यहां खोजे जा रहे हैं। राजेंद्र सिंह का साफ कहना है कि गंगा नदी की निर्मलता और अविरलता के लिए केंद्र सरकार की ओर से जो 'नमामि गंगे' अभियान छेड़ा गया है, वह सिर्फ ठेकेदारों को लाभ देने के लिए है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हुआ कोई काम अब तक नहीं दिखाई दे रहा है। जलपुरुष ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "देश की तमाम नदियों को बचाने के लिए हम सभी को संघर्ष करना होगा। इसके लिए न कोई सरकार काम कर रही है, न 80 फीसदी जनता।" 'बिहार की शोक' कही जाने वाली कोसी नदी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि नदियां जो भी उथली होंगी, उनके पेट में सिल्ट जमा होगा, वहां बाढ़ आएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि नदियों को अविरल बनाने की जरूरत है। 

 

Tags: KHAS KHABAR

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD